बॉलीवुड का एक ऐसा डार्क साइड भी है जिसके बारे में बहुत से लोग बात नहीं करना चाहते. ड्रग्स से लेकर कास्टिंग काउच तक बॉलीवुड में हमेशा ही नेगेटिव चर्चा का विषय रहा है. करण जौहर के घर पर हुई पार्टी के बारे में आज भी बहुत से लोग चर्चा करते हैं. कई सितारे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रडार पर भी आ चुके हैं. कुछ ने ड्रग्स के साथ अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात की है. हनी सिंह इसका हालिया उदाहरण हैं. अपनी डॉक्यूमेंट्री में उन्होंने ड्रग्स की लत के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात की. अब पेश है एक ऐसे लीड एक्टर की कहानी जिसने अपनी पहली फिल्म से ही सबको इंप्रेस कर दिया. आमिर खान के साथ उनके कोस्टार होने के बावजूद उन्होंने खूब नाम कमाया.
लेकिन ड्रग्स के साथ उनके निजी संघर्ष ने उनके करियर में मंदी ला दी. मिलिए जो जीता वही सिकंदर के स्टार मामिक सिंह से. एक्टर मामिक सिंह ने जो जीता वही सिकंदर में आमिर खान के भाई का रोल निभाया था. उनके प्यारे और शर्मीले किरदार को सभी ने पसंद किया था. यह उनकी पहली फिल्म थी. बाद में वे कोई किसी से कम नहीं, क्या कहना, सदमा, दिल के झरोके में और कई दूसरी फिल्मों में दिखाई दिए. हालांकि अपनी फिल्मोग्राफी में बड़े नामों के बावजूद, वह बॉलीवुड से दूर हो गए.
2007 में मामिक ने कथित तौर पर दावा किया कि ड्रग्स की लत के कारण उन्होंने एक कदम पीछे लिया. उनका पारिवारिक जीवन बर्बाद हो गया था और सब कुछ अस्त-व्यस्त हो गया था. उन्होंने कहा, "वह एक दुखद दौर था. मैं गलत संगत में पड़ गया और ड्रग्स के जाल में फंस गया. वह पूरा दौर मेरे करियर में मंदी के लिए जिम्मेदार था. मेरे दोस्तों और परिवार के सपोर्ट की बदौलत मैं इससे लड़ा और आज पूरी तरह से इससे बाहर आ गया हूं."
2000 के बाद वह बॉलीवुड से गायब हो गए और 2010 में फिल्म मल्लिका से वापस लौटे. बाद में उन्हें दो लफ्जों की कहानी और बेल बॉटम में देखा गया. हालांकि वह टेलीविजन में एक्टिव रहे.
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