Kamala Das Google Doodle: कमला दास की बायोपिक 'आमी' को लेकर हुआ विवाद
नई दिल्ली:
मलयालम और अंग्रेजी की जानी मानी लेखिका कमला दास की My Story (माय स्टोरी) को याद करने के लिए आज गूगल ने डूडल बनाया है. कमला दास की आत्मकथा 'My Story' 1 फरवरी, 1976 को लॉन्च हुई थी. इस आत्मकथा ने छपते ही हंगामा बरपा दिया था. 'My Story'में उन्होंने अपनी जिंदगी के बारे में बड़ी ही बेबाकी के साथ लिखा था जो परंपरावादियों के गले नहीं उतरा था. लेकिन माधवीकुट्टी के नाम से लिखने वाली कमला दास ने कभी किसी की परवाह नहीं की. उन्हें 1985 में उनके कविता संग्रह 'कलेक्टेड पोएट्रीज' के लिए उन्हें अंग्रेजी के साहित्य अकादेमी पुरस्कार से नवाजा गया था.
Kamala Das : कमला दास को हिंदू धर्म की ये बात थी नापसंद, 65 की उम्र में किया इस्लाम कुबूल
बोल्ड शब्दों में पन्नों पर उतारी अपने और पति के संबंधों की कहानी, ऐसी थी उनकी 'My Story'
दिलचस्प यह है कि हमेशा बिंदा जिंदगी जीने वाली कमला दास की जिंदगी पर जब फिल्म बनी तो वह भी विवादों में आ गई. 'आमी' से फिल्म बनी है और इसकी रिलीज से पहले ही इस पर 'लव जेहाद' को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे हैं. फिल्म में मंजू वॉरियर कमला दास का किरदार निभा रही हैं. हालांकि उनसे पहले ये किरदार विद्या बालन को ऑफर हुआ था लेकिन उन्होंने किन्हीं वजहों से इससे कन्नी काट ली थी. फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुकी है, और इसमें कमला दास की जीवन की झलक मिलती है. कमला दास ने 65 साल की उम्र में 1999 में इस्लाम को कुबूल कर लिया था.
अपनी आत्मकथा से हलचल मचाने वाली कमला दास के बारे में जानिए 10 बातें
कमला दास की लेखनी बहुत ही क्रांतिकारी थी, और वे औरतों को अपने मनमुताबिक जीने की वकालत करती थीं. उनके लिए औरतों की आजादी काफी मायने रखती थी. पेश है उनके कुछ बेहद क्रांतिकारी कोट्सः
"अगर कपड़े लपेटने से ही सम्मान की भावना पैदा होती तो सबसे सम्मानित मिस्र की ममी होतीं, क्योंकि उन पर कपड़ों की कई परतें होती हैं."
"अपनी ही तरह की अन्य लेखिकाओं की तरह मुझसे भी यह उम्मीदें थीं कि मैं अपने टैलेंट का गला घोंटकर ऐसा लिखूं जो मेरे परिवार के लिए सहज हो."
"एक किताब किसी पुरुष का अच्छा विकल्प है. फिक्शन हो तो अच्छा है."
"तुमने उससे कभी प्यार नहीं किया, लेकिन तुम उसे लेकर सेंटीमेंटल थीं."
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
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दिलचस्प यह है कि हमेशा बिंदा जिंदगी जीने वाली कमला दास की जिंदगी पर जब फिल्म बनी तो वह भी विवादों में आ गई. 'आमी' से फिल्म बनी है और इसकी रिलीज से पहले ही इस पर 'लव जेहाद' को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे हैं. फिल्म में मंजू वॉरियर कमला दास का किरदार निभा रही हैं. हालांकि उनसे पहले ये किरदार विद्या बालन को ऑफर हुआ था लेकिन उन्होंने किन्हीं वजहों से इससे कन्नी काट ली थी. फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुकी है, और इसमें कमला दास की जीवन की झलक मिलती है. कमला दास ने 65 साल की उम्र में 1999 में इस्लाम को कुबूल कर लिया था.
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कमला दास की लेखनी बहुत ही क्रांतिकारी थी, और वे औरतों को अपने मनमुताबिक जीने की वकालत करती थीं. उनके लिए औरतों की आजादी काफी मायने रखती थी. पेश है उनके कुछ बेहद क्रांतिकारी कोट्सः
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"अपनी ही तरह की अन्य लेखिकाओं की तरह मुझसे भी यह उम्मीदें थीं कि मैं अपने टैलेंट का गला घोंटकर ऐसा लिखूं जो मेरे परिवार के लिए सहज हो."
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