सिर्फ सात फिल्मों से ही बॉलीवुड का बन गईं यादगार नाम, लेकिन 63 साल की उम्र में हो गया इस एक्ट्रेस का कत्ल

भोली और मासूम सी शक्ल, गहरी आंखें ऐसी कि मानो डल झील इन्हीं आंखों से होकर बहती है. तीखे नैन नक्श और दिल में उतर जाने वाली सादगी. बस यही खूबियां इस एक्ट्रेस को बॉलीवुड तक खींच लाई. इस एक्ट्रेस का नाम है प्रिया राजवंश. जिनका फिल्मी सफर बेहद छोटा रहा.

सिर्फ सात फिल्मों से ही बॉलीवुड का बन गईं यादगार नाम, लेकिन 63 साल की उम्र में हो गया इस एक्ट्रेस का कत्ल

7 फिल्मों से बॉलीवुड में छा गईं थीं ये एक्ट्रेस, ऐसे हुई मौत

नई दिल्ली:

इस कश्मीरी लड़की की खूबसूरती ऐसी थी कि डायरेक्टर ने तस्वीर देख कर ही तय कर लिया था कि फिल्म की अगली हीरोइन यही होगी. भोली और मासूम सी शक्ल, गहरी आंखें ऐसी कि मानो झील इन्हीं आंखों से होकर बहती है. तीखे नैन नक्श और दिल में उतर जाने वाली सादगी. बस यही खूबियां इस एक्ट्रेस को बॉलीवुड तक खींच लाई. इस एक्ट्रेस का नाम है प्रिया राजवंश, जिनका फिल्मी सफर बेहद छोटा रहा. अपने करियर में चंद ही फिल्में कर सकीं लेकिन उन्हीं से खूब नाम मिला. फिल्म करते करते एक डायरेक्टर के प्यार में डूबती चली गईं. उन्हें क्या पता था कि यही प्यार एक दिन उनके बेरहम कत्ल की वजह बन जाएगा.

सात फिल्मों से बन गईं यादगार

प्रिया राजवंश की तस्वीर देखकर उन्हें हीरोइन बनाने का फैसला लेने वाले डायरेक्टर थे चेतन आनंद, जिन्होंने अपनी पहली फिल्म हकीकत के जरिए प्रिया राजवंश को लॉन्च किया. चेतन आनंद प्रिया राजवंश से मुलाकात होने के पहले ही अपनी पत्नी से अलग हो चुके थे. एक साथी की कमी उन्हें प्रिया राजवंश के जरिए पूरी होती दिखाई दी. प्रिया राजवंश के लिए उन्होंने बाद में 6 फिल्में और बनाई. जिसमें हीर रांझा, हिंदुस्तान की कसम, हंसते जख्म, साहेब बहादुर, कुदरत, हाथों की लकीरें शामिल रहीं. 

चेतन आनंद के बंगले पर ही हुई मौत

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प्रिया राजवंश ने बेहद दिल से चेतन आनंद को चाहा. एक फिल्मी जर्नलिस्ट शीला वेसुना ने अपने एक ब्लॉग में प्रिया राजवंश के बारे में लिखा था कि उनका अंत ऐसा नहीं होना चाहिए था. उन्होंने ये भी लिखा कि प्रिया राजवंश बेहद डिग्निफाइड और चेतन आनंद की सच्ची साथी थीं. यही साथ प्रिया राजवंश की मौत की वजह बना. प्रिया राजवंश की लाश चेतन आनंद के बंगले पर ही मिली. बताया जाता है कि मौत से पहले चेतन आनंद अपनी जायदाद के तीन हिस्से कर गए थे, जिसमें दो बेटे और प्रिया राजवंश शामिल थीं. लेकिन एक दिन प्रिया राजवंश की लाश मिली. पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ कि उनकी मौत गला दबने से हुई है. उनकी मौत के बाद चेतन आनंद का कोई व्यक्ति उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ. ये मनहूस दिन था 27 मार्च 2000 जब प्रिया राजवंश इस दुनिया को अलविदा कह गईं.