
फ़िल्म ‘उदयपुर फाइल्स' को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है, क्योंकि इसके निर्माताओं ने दिल्ली हाई कोर्ट के हालिया आदेश के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट जाने का निर्णय लिया है. हाई कोर्ट ने फ़िल्म की रिलीज पर रोक लगाने या उसके प्रमाणन में दखल देने से इनकार कर दिया था, जबकि याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि यह फ़िल्म एक विशेष समुदाय के ख़िलाफ़ नफरत फैलाती है और इससे सार्वजनिक व्यवस्था बिगड़ने का ख़तरा है. गुरुवार को देर शाम तक फ़िल्म पर सुनवाई चलती रही, जिसके बाद ‘उदयपुर फाइल्स' के निर्माताओं ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का फैसला किया.
दरअसल, फिल्म का एक बिना सेंसर किया हुआ ट्रेलर सोशल मीडिया पर डाल दिया गया था, जिससे विवाद खड़ा हुआ. सेंसर बोर्ड ने फ़िल्म के लिए लगभग 150 कट लगाने का निर्देश दिया था और उन्हीं में से कुछ आपत्तिजनक दृश्य उस अनसेंसर्ड ट्रेलर में भी थे.
आपको बता दें कि ट्रेलर को रिलीज़ करने से पहले उसे भी सेंसर कराना ज़रूरी होता है. जब यह ट्रेलर सेंसर बोर्ड के पास गया, तो बोर्ड ने उन दृश्यों को हटाने का आदेश दिया जिन पर लोगों को आपत्ति थी. इसके बाद निर्माता ने ट्रेलर का एक नया, सेंसर किया हुआ संस्करण फिर से रिलीज किया.
फ़िल्म के निर्माता और निर्देशक भारत श्रीनाथे को उम्मीद थी कि ‘उदयपुर फाइल्स' 11 जुलाई को रिलीज़ होगी. मगर गुरुवार को हाई कोर्ट में हुई कार्यवाही और फैसले के बाद अब फ़िल्म 11 जुलाई को रिलीज़ नहीं हो पाएगी. बल्कि 11 जुलाई को ही इसके निर्माता सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ गुहार लगाएंगे और फ़िल्म की रिलीज़ की अनुमति के लिए अपनी दलीलें रखेंगे.
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