Bharat Movie Review: फिल्म का नाम भले ही 'भारत' (Bharat) हो मगर मैं आपको बता दूं कि यह एक पैट्रियोटिक फिल्म नहीं है. इस फिल्म की कहानी है भारत (Bharat) नाम के एक किरदार के 8 साल से लेकर 70 साल की उम्र तक के सफ़र की. इस किरदार की कहानी को फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह भारत और पाकिस्तान (India and Pakistan) के बीच हुए बंटवारे के समय 8 साल का बच्चा भारत (Bharat) अपनी मां, एक बहन और एक भाई को लेकर हिंदुस्तान आता है और उससे पहले पाकिस्तान में ही उसके पिता और उसकी बहन गुड़िया बिछड़ जाती है. भारत आने के बाद वह अपने पिता को किए वादे को पूरा करने की जद्दोजहद में लग जाता है. उसके पिता ने वादा लिया था कि वह अपने परिवार का पूरा ख्याल रखेगा. भारत (Bharat) बचपन से ही सर्कस से जुड़ता है और फिर परिवार को चलाने के लिए गल्फ कंट्रीज में तेल के कुओं में काम करता है. फिल्म के अंत में यह भी दिखाया गया है कि टीवी के कार्यक्रम के माध्यम से बिछड़ी हुई बहन मिल जाती है.
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फिल्म सुल्तान (Sultan) और टाइगर जिंदा है (Tiger Zinda Hai) की अपार सफलता के बाद निर्देशक अली अब्बास जफर (Ali Abbas Zafar) और सलमान खान (Salman Khan) की यह तीसरी फिल्म है. यह एक इमोशनल ड्रामा फिल्म है जिसमें एक इंसान के सफर को पर्दे पर उतारा गया है. फिल्म में इमोशन बेहतरीन है. सलमान खान (Salman Khan) और कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) के अभिनय के साथ-साथ इनकी केमिस्ट्री भी अच्छी लगी है. फ़िल्म में सलमान खान (Salman) के दोस्त की भूमिका निभाई है सुनील ग्रोवर (Sunil Grover) ने. सुनील ग्रोवर का अभिनय बेहतरीन है. आसिफ शेख (Asif Sheikh) अच्छा अभिनय करने में सफल रहे हैं. इस फिल्म में मनोरंजन का तड़का भी है जिसे लगाया है सुनील ग्रोवर (Sunil Grover) और आसिफ शेख के किरदार ने. फिल्म के संवाद अच्छे हैं. कई जगह फिल्म का इमोशन दिल को छूता है. फिल्म का संगीत भी ठीक है. अली अब्बास जफर का निर्देशन भी अच्छा है.
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फिल्म (Bharat) की कमियों की अगर बात करें तो मुझे लगता है इस फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी है इसकी लंबाई. फिल्म की लंबाई करीब 2 घंटे 35 मिनट है जो जरूरत से ज्यादा लगती है और ज्यादा लंबाई होने की वजह से मुझे लगता है कि फ़िल्म (Bharat) की गति भी कहीं कहीं धीमी पड़ी है. फिल्म के कई सीन भी रिपिटेटिव लगते हैं. अगर फिल्म की लंबाई कम होती तो शायद फिल्म में कसाव भी होता और रफ्तार भी अच्छी होती.
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मसाला फिल्मों के लिए जाने जाने वाले सलमान खान कि इस फिल्म भारत में भी मसाला है लेकिन थोड़ा कम है. इस फिल्म में इमोशन पर ज्यादा जोर दिया गया है. भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के समय लोगों में जो दर्द था अपनों से बिछड़ने का, उसे पर्दे पर बेहतरीन तरीके से उतारा गया है. फ़िल्म भारत के लिए मेरी रेटिंग है 3 स्टार.
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