मालदीव बनाम लक्षद्वीप के विवाद पर अब आया अमिताभ बच्चन का रिएक्शन, बिग बी बोले- हमारी आत्मनिर्भरता पर आंच मत डालिए

अब मालदीव और लक्षद्वीप की खूबसूरती को लेकर बहस शुरू हो गई है. जिसको लेकर देश की बड़ी हस्तियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. अब बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने भी मालदीव और लक्षद्वीप पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

मालदीव बनाम लक्षद्वीप के विवाद पर अब आया अमिताभ बच्चन का रिएक्शन, बिग बी बोले- हमारी आत्मनिर्भरता पर आंच मत डालिए

मालदीव बनाम लक्षद्वीप के विवाद पर अब आया अमिताभ बच्चन का रिएक्शन

नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव और भारत की सरकार आमने-सामने है. प्रधानमंत्री के दौरे के बाद मालदीव के कुछ मंत्रियों ने उनके खिलाफ टिप्पणी की. हालांकि वहां की सरकार ने मामले को काबू किया और मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया है. लेकिन अब मालदीव और लक्षद्वीप की खूबसूरती को लेकर बहस शुरू हो गई है. जिसको लेकर देश की बड़ी हस्तियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. अब बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने भी मालदीव और लक्षद्वीप पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. 

दरअसल इस विवाद पर पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने अपने एक्स अकाउंट पर लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर की हैं. इसके साथ उन्होंने इस द्वीप समूह की काफी तारीफ की. वीरेंद्र सहवाग के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा, 'वीरू पाजी .. यह बहुत जरूरी है और हमारी धरती की सही भावना के अनुरूप है .. हमारे अपने लोग सबसे अच्छे हैं .. मैं लक्षद्वीप और अंडमान गया हूं और वे आश्चर्यजनक रूप से सुंदर जगह हैं .. आश्चर्यजनक समुद्र तट और पानी के नीचे का अनुभव है. हम भारत हैं, हम आत्मनिर्भर हैं, हमारी आत्मनिर्भरता पर आंच मत डालिए, जय हिंद.'

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

सोशल मीडिया पर अमिताभ बच्चन का यह पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. एक्टर के फैंस सहित तमाम सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. बिग बी से पहले अजय देवगन, अक्षय कुमार, सलमान खान, श्रद्धा कपूर, जॉन अब्राहम सहित कई फिल्मी सितारों ने भी मालदीव और लक्षद्वीप विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. आपको बता दें कि भारत और मालदीव के बीच राजनयिक तनाव हाल के महीनों में बढ़ गया है, खासकर पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद दोनों देशों के रिश्ते बेहद खराब हो गए हैं. नए राष्ट्रपति ने विदेश नीति में बदलाव का संकेत दिया है और चीन के साथ घनिष्ठ संबंधों का संकेत उन्होंने दिया है.