वक्फ बिल पर सियासत गर्म, पटना में RJD नेता ने राबड़ी के घर के बाहर लगाए नीतीश के पोस्टर

पटना में आरजेडी नेता आरिफ जिलानी ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के घर के सामने नीतीश पर कटाक्ष करते हुए एक पोस्टर लगाया है. पोस्टर में नीतीश की नमाजी टोपी पहने और संघ की वर्दी वाली तस्वीरें लगाई गई हैं.

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पोस्टर में कटाक्ष करते हुए लिखा गया है "इन्हें अब जनता सबक सिखाएगी."
पटना :

वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद की मुहर लग चुकी है. शुक्रवार सुबह ढाई बजे तक चली बहस और वोटिंग के बाद यह बिल राज्यसभा से भी पास हो गया है. अब इस बिल को लेकर सियासत गर्म है. कांग्रेस और मुस्लिम संगठन जहां इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं पटना में इस बिल पर समर्थन को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरजेडी के निशाने पर हैं. उनके खिलाफ बाकायदा पोस्टर वॉर शुरू कर दिया गया है.

पटना में आरजेडी नेता आरिफ जिलानी ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के घर के सामने नीतीश पर कटाक्ष करते हुए एक पोस्टर लगाया है. पोस्टर में नीतीश की नमाजी टोपी पहने और संघ की वर्दी वाली तस्वीरें लगाई गई हैं. साथ ही लिखा गया है, इफ्तार देकर ठगने वाले ईद में टॉपी पहनने वाले, वक्फ पर धोखा दिया, NRC पर भी वही किया, अब जनता चुनाव में सबक सिखाएगी.

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"नीतीश एक्सपोज हो चुके हैं"

लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने के बाद राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू और अन्य दल इस विधेयक के पास होने से एक्सपोज हो चुके हैं. नीतीश कुमार, जो खुद के सेक्युलर होने का दावा कर रहे थे, वह एक्सपोज हो चुके हैं. एनडीए में शामिल सहयोगी दल अब कोई पार्टी नहीं, बल्कि भाजपा के प्रकोष्ठ बनकर रह गए हैं. किसी भी समय भाजपा में विलय हो सकता है. राजद नेता ने दावा किया था कि जदयू में भगदड़ मचेगी, विरोध के स्वर उठ रहे हैं.

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CM नीतीश से नाराज पार्टी के लोग

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइडेट) के कुछ नेताओं ने भी वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर पार्टी के समर्थन पर असंतोष जाहिर किया है. पूर्वी चंपारण में जदयू के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष होने का दावा करने वाले मोहम्मद कासिम अंसारी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक का समर्थन करने के पार्टी के रुख की बृहस्पतिवार को आलोचना की थी. उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा भी दे दिया था. नीतीश कुमार को लिखे पत्र में अंसारी ने गहरी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी के रुख ने उन लाखों भारतीय मुसलमानों का भरोसा तोड़ दिया है, जो मानते थे कि जद (यू) धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को कायम रखेगा. हालांकि जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने दावा किया पूर्वी चंपारण के रहने वाले मोहम्मद कासिम अंसारी पार्टी के पदाधिकारी नहीं हैं.

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