- बिहार में कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है
- पुलिस ने पटना, सोनपुर और हाजीपुर में छापेमारी की है
- 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है
- 400 से अधिक पुलिस अफसरों ने जेल में छापेमारी की और पूछताछ की
बिहार के जाने-माने कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या मामले में एसआईटी का गठन किया गया है. बता दें कि इससे पहले पटना से सोनपुर और हाजीपुर तक ताबड़तोड़ छापेमारी की गई है और पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला है. इस मामले को लेकर पुलिस की सात टीमें अलग-अलग दिशा में छापेमारी कर रही है.
वहीं दूसरी ओर 400 से अधिक पुलिस अफसरों ने शनिवार को जेल में भी छापेमारी की थी और जेल में बंद कई कुख्यात अपराधियों से पूछताछ की गई थी. इतना ही नहीं पुलिस ने तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए थे.
क्या है पूरा मामला
बिहार के गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास अपराधियों ने शुक्रवार देर रात उद्योगपति गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी थी. गोपाल खेमका भारतीय जनता पार्टी के नेता होने के साथ-साथ बिहार के एक बड़े उद्योगपति थे. एमबीबीएस करने वाले गोपाल खेमका हेल्थकेयर के बिजनेस से जुड़े हुए थे और राजेंद्र नगर मगध अस्पताल के मालिक भी थे. इसके अलावा इनका पेट्रोल पंप का भी बिजनेस था. सात साल पहले गोपाल खेमका के पुत्र गुंजन खेमका की हत्या भी इसी तरह से कर दी गई थी.
गोपाल खेमका की हत्या का सीसीटीवी फुटेज
उनकी हत्या का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस फुटेज में दिख रहा है कि इस हत्या में शामिल आरोपी पहले से ही गोपाल खेमका के घर के बाहर खड़ा था और उनके आने का इंतजार कर रहा था. फुटेज में दिख रहा है कि स्कूटी सवार आरोपी कैसे दो कारों के बीच छिपा हुआ था और गोपाल खेमका की कार जैसे ही उनके घर के सामने पहुंची तो आरोपी ने सामने आकर उन्हें गोली मार दी.
इस हत्याकांड को लेकर पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की और छापेमारी शुरू की. इसी बीच जारी छापेमारी को लेकर पटना के एसएसपी ने कहा कि इस मामले की जांच कई टीमें कर रही हैं. हमें अभी तक इस मामले में कई अहम लीड्स मिले हैं. इन्ही लीड्स की जांच को लेकर हमारी टीम ने बेऊर जेल में छापेमारी की है. हमे लगता है कि इस हत्याकांड का कोई कनेक्शन इस जेल से भी निकल सकता है.