- बिहार के सहरसा जिले की सिमरी बख्तियारपुर सीट खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है.
- इस सीट पर अब तक कांग्रेस ने आठ बार, जदयू ने चार बार और राजद ने हाल के चुनावों में जीत हासिल की है.
- 2020 में राजद के युसुफ सलाउद्दीन ने मुकेश सहनी को हराकर इस क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण बदल दिए.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सहरसा जिले की सिमरी बख्तियारपुर सीट राजनीतिक दृष्टिकोण के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक समीकरणों के लिहाज से भी बेहद अहम है. यह खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है.शुक्रवार को घोषित चुनाव परिणाम में यहां से लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के संजय कुमार सिंह ने जीत दर्ज की है. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के युसूफ सलाहुद्दीन को 7,930 मतों से हराया. संजय कुमार सिंह को 1,09,699 मत मिले, जबकि युयूफ सलाहद्दीन को 1,01,769 मत मिले. वहीं निर्दलीय विकास राज को 7,493 मत मिले. चौथे नंबर पर जन सुराज पार्टी रही. बिहार चुनाव के पहले चरण में सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट पर मतदान हुआ था. इस दौरान 69.17 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा की स्थापना 1951 में हुई थी और 1952 में पहली बार चुनाव संपन्न हुआ. हालांकि पहले परिसीमन आयोग की सिफारिश पर यह सीट खत्म कर दी गई थी, लेकिन 1967 में दोबारा स्थापित हुई और 1969 से यहां नियमित रूप से चुनाव हो रहे हैं.
कांग्रेस ने सबसे अधिक आठ बार जीत हासिल की
2025 से पहले यहां 16 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें 2009 और 2019 के दो उपचुनाव भी शामिल हैं. इस सीट पर कांग्रेस ने सबसे अधिक आठ बार जीत हासिल की है. जदयू चार बार विजयी रहा है, जबकि राजद ने 2019 के उपचुनाव में पहली बार कब्जा जमाया और 2020 में भी अपनी पकड़ बरकरार रखी. इसके अलावा संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और जनता दल ने एक-एक बार जीत दर्ज की है.
राजद उम्मीदवार ने मुकेश सहनी को हराया
2005, 2010 और 2015 में यह सीट जदयू के कब्जे में रही, जिसमें दिनेश चंद्र यादव ने लगातार मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई. वहीं 2019 के उपचुनाव में राजद के युसुफ सलाउद्दीन ने जीत हासिल कर समीकरण बदल दिए और 2020 के चुनाव में भी उन्होंने वीआईपी के मुकेश सहनी को हराकर सीट अपने पास रखी.














