- मुजफ्फरपुर के कटरा प्रखंड के धनौर गांव में बागमती नदी के बीचों-बीच प्राचीन धनेश्वर मंदिर स्थित है.
- बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने पर नदी का जल मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कर भोले बाबा का जलाभिषेक करता है.
- बारिश के मौसम में तेज नदी के कारण भक्त मंदिर तक पहुंच नहीं पाते और केवल नदी महादेव को जल अर्पित करती है.
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ऐसा शिव मंदिर है, जहां आम लोग तो बाबा को जल अभिषेक नहीं कर पाते लेकिन बागमती नदी का जल बाबा का जल अभिषेक जरूर करता है. भोले बाबा का प्राचीन धनेश्वर मंदिर मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड के धनौर गांव में बागमती नदी के बीचों-बीच है. हर साल जब बागमती नदी का जलस्तर बढ़ता है तो इस क्षेत्र में भारी तबाही मचती है. लेकिन बाबा धानेश्वर नाथ के नाम से जाने जाने वाले इस मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता.
बागमती नदी करती है बाबा धनेश्वर का जलाभिषेक
इस मंदिर की बड़ी ही मान्यता है. कहा जाता है कि जो भी भक्त बाबा के दरबार में पहुंचकर सच्चे दिल से अपनी मन्नत मांगते हैं उनकी सभी तरह की मन्नत भोले बाबा पूरी करते हैं. वहीं जब बागमती नदी का जलस्तर बढ़ता है तो वह भोले बाबा के मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कर जाता है.
प्राचीन मंदिर की बहुत है मान्यता
स्थानीय लोगों का कहना है की कटरा प्रखंड के धनौर गांव से होकर गुजरने वाली बागमती नदी के बीचों बीच बाबा धनेश्वर नाथ मंदिर का मंदिर काफी पुराना और प्राचीन है. मंदिर की काफी मान्यता है. लेकिन आम लोग उस मंदिर में जलाभिषेक नहीं करते बल्कि बागमती नदी का जल ही भोले बाबा का जलाभिषेक करता है.
मां गंगा महादेव को अर्पण कर रहीं जल
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाबा धनेश्वर की महिमा इतनी ज्यादा है कि लोग दूर-दूर से उनके दर्शन के लिए आते हैं. बारिश के मौसम में खुद मां गंगा खुद बाबा का जलाभिषेक करती हैं. बागमती नदी बाबा का जलाभिषेक करती है. यह मंदिर नदी के बीच में है. नदी का बहाव इतना तेज है कि कोई भी अंदर नहीं जा सकता. नाव भी वहां नहीं पहुंच सकती. भक्त दूर से ही वापस चले जाते हैं. अभी नदी ही महादेव को जल अर्पण कर रही है.