Lalu Yadav Share Video: देश में जातिगत जनगणना करवाने को लेकर केंद्र सरकार ने घोषणा कर दी है, जिसके बाद इस मामले को लेकर सियासत में हलचल देखने को मिल रही है. बिहार भी इससे अछूता नहीं है. बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के बयान के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का भी इस मामले पर रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने अपनी 10 साल पुरानी वीडियो शेयर करके सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी. दरअसल देश में जातिगत जनगणना करवाने की मांग लालू यादव लंबे समय से उठाते आ रहे है. तेजस्वी ने अपनी प्रतिक्रिया में जिक्र करते हुए भी बताया कि लालू यादव जातीय जनगणना को लेकर 30 साल से अपनी आवाज उठा रहे हैं.
लालू यादव ने 2015 का वीडियो शेयर करते हुए कहा...
लालू ने 2015 का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें वह प्रचार के दौरान मंडल-कमंडल की बात करते हुए सरकार से जातीय जनगणना कराने की मांग उठाते हुए नजर आ रहे हैं. लालू यादव ने साथ में लिखा कि "जमाना हम से है, हम ज़माने से नहीं! का समझे? लड़ाई जुबान चलाने से नहीं बल्कि लाठी खाने, जेल जाने और क़ुर्बानी देने से जीती जाती है.
दशकों का संघर्ष होता है. दलितों-पिछड़ों-अतिपिछड़ों और अल्पसंख्यकों की अभी तो अच्छे से राजनीति शुरू भी नहीं हुई है. बहुत कुछ होना बाक़ी है. देखते जाइए. इन संघी भाजपाइयों की छाती पर चढ़कर इन्हें ऐसे ही मजबूर करते रहेंगे."
जानें सम्राट चौधरी ने क्या कहा था?
हम आपको सम्राट चौधरी का वह बयान बताएंगे जिसपर तेजस्वी यादव ने उसपर अपनी प्रतिक्रिया दी. चौधरी ने कहा था कि "देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जातिगत गणना की घोषणा कराकर राहुल गांधी हो सोनिया गांधी या लालू प्रसाद यादव हो सब के सपने को पूरा किया है."
ये भी पढ़ें- उनकी मजबूरी थी इसलिए... जातिगत जनगणना की घोषणा पर ये क्या कह गए तेजस्वी