- बिहार के पूर्णिया जिले की अंतिम मतदाता सूची में एसआईआर के बाद कुल 20 लाख 77 हजार 573 मतदाता शामिल हैं.
- मतदाता सूची में पिछले संस्करण की तुलना में लगभग 1 लाख 90 हजार 858 मतदाता कम हुए हैं.
- मतदाता सूची से हटाए गए नामों के मुख्य कारण जिला से बाहर शिफ्ट होना, मृतक होना और दोहरी एंट्री होना हैं.
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद बिहार के पूर्णिया जिले की अंतिम मतदाता सूची मंगलवार को प्रकाशित कर दी गई है. करीब 37 लाख की आबादी वाले इस जिले में अब कुल 20 लाख 77 हजार 573 मतदाता शामिल हैं. यह संख्या एसआईआर से पहले की अंतिम सूची (22,68,436) की तुलना में 1 लाख 90 हजार 858 वोटर यानी 8.4 फीसदी कम है.
हालांकि, 1 अगस्त 2025 को ड्राफ्ट रोल (19,94,511) के प्रकाशन के बाद दावा-आपत्ति के चरण में 83 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम फिर से जोड़े गए, जिससे अंतिम संख्या 20.77 लाख हो गई.
विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की स्थिति
- अमौर 3,09,976 (सर्वाधिक)
- धमदाहा 3,12,770
- बनमनखी 2,99,714
- रुपौली 2,96,199
- कसबा 2,85,665
- बायसी 2,85,163 (सबसे कम)
- पूर्णिया 2,88,086
मतदाता सूची से नाम हटाने के कारण
कुल छंटनी का प्रतिशत (1,90,858 मतदाता):
शिफ्ट/नॉट फाउंड (जिले से बाहर): 7.43 फीसदी
मृतक मतदाता: 3.77 फीसदी
दोहरी प्रविष्टि (Double Entry): 0.86 फीसदी
विधानसभा क्षेत्रवार विवरण (शिफ्ट हुए मतदाता):
सर्वाधिक शिफ्ट: पूर्णिया में 10.72 फीसदी
सबसे कम शिफ्ट: बायसी में 5.15 फीसदी
अन्य क्षेत्रों में शिफ्ट:
अमौर: 8.89 फीसदी
बनमनखी: 6.70 फीसदी
रुपौली: 6.93 फीसदी
धमदाहा: 6.68 फीसदी
कसबा: 6.56 फीसदी
विधानसभा क्षेत्रवार विवरण (मृतक मतदाता):
सर्वाधिक मृतक: धमदाहा में 4.66 फीसदी
सबसे कम मृतक: रुपौली में 3.01 फीसदी
अन्य क्षेत्रों में मृत
कसबा: 4.06 फीसदी
बनमनखी: 3.08 फीसदी
पूर्णिया: 3.27 फीसदी
बायसी: 3.26 फीसदी
पूर्णिया में घटे, अन्य क्षेत्रों में बढ़े मतदाता
SIR के ड्राफ्ट रोल के बाद केवल पूर्णिया विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 907 घट गई. एसआईआर से पहले यहां 3,38,853 वोटर थे, जो अब घटकर 2,88,086 रह गए हैं, यानी 50,767 मतदाताओं की सबसे अधिक छंटनी यहीं हुई है इसके विपरीत, दावा-आपत्ति के बाद अमौर में 21,270, कसबा में 19,164 और बायसी में 15,318 समेत अन्य क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ.
जिलाधिकारी अंशुल कुमार के अनुसार, मतदाता सूची से हटाए गए 1,90,858 नामों में तीन मुख्य कारण शामिल हैं:
- जिले से बाहर शिफ्ट/नॉट फाउंड: 7.43%
- मृतक मतदाता: 3.77%
- दोहरी प्रविष्टि: 0.86%
विधानसभा वार देखें तो सबसे अधिक शिफ्ट (10.72%) मतदाता पूर्णिया में और सबसे अधिक मृतक (4.66%) मतदाता धमदाहा में पाए गए. यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि मतदाता सूची से हटाए गए लोगों में से कितने को 'घुसपैठिया' के रूप में चिन्हित किया गया है.