तेज प्रताप की रवि किशन संग मुलाकात से बढ़ीं सियासी सरगर्मी, क्या NDA के साथ जा सकते हैं लालू के बड़े बेटे?

बीजेपी सांसद रवि किशन ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि तेज प्रताप दिलवाले इंसान हैं, भोलेनाथ के भक्त हैं. महादेव के भक्तों के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा खुले हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • एयरपोर्ट पर तेज प्रताप और बीजेपी सांसद रवि किशन की मुलाकात से बिहार चुनाव में राजनीतिक चर्चा तेज
  • तेज प्रताप यादव ने कहा कि बिहार में रोजगार देने वाले गठबंधन का समर्थन करेंगे
  • रवि किशन ने तेज प्रताप की प्रशंसा करते हुए कहा कि महादेव भक्तों के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा खुले
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
पटना:

सियासत की दुनिया कुछ भी स्थायी नहीं होता, न रिश्ते, न विरोध और न ही समर्थन. एयरपोर्ट पर दो नेताओं के बीच की मुलाकात की एक तस्वीर ने बिहार चुनाव के दौरान राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. पटना एयरपोर्ट पर जनशक्ति जनता दल (JJD) के प्रमुख और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव, बीजेपी सांसद रवि किशन के साथ नजर आए. इन दोनों के बीच एयरपोर्ट पर गजब का तालमेल दिख रहा था. दोनों की मुलाकात ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या तेज प्रताप यादव चुनाव के बाद एनडीए का साथ पकड़ सकते हैं?

एनडीए के साथ जाने पर क्या बोले तेज प्रताप

तेज प्रताप ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जो बिहार में रोजगार देगा, हम उसके साथ जाएंगे. वहीं बीजेपी सांसद रवि किशन ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि तेज प्रताप दिलवाले इंसान हैं, भोलेनाथ के भक्त हैं. महादेव के भक्तों के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा खुले हैं. तेज प्रताप यादव ने कुछ महीने पहले आरजेडी और परिवार से अलग होकर अपनी पार्टी JJD बनाई थी और इस बार महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने पहले ही संकेत दे दिया था कि चुनाव के बाद जो गठबंधन सरकार बेरोजगारी हटाने और विकास का वादा करेगा, वह उसी का समर्थन करेंगे.

ये भी पढ़ें: 'अर्जुन ने कृष्ण को ही ठग लिया, जो भाई का नहीं वो जनता का क्या होगा...', तेज प्रताप का तेजस्वी पर बड़ा हमला

रवि किशन और तेज की पहली चुनावी मुलाकात

हालांकि तेज प्रताप ने यह भी स्पष्ट किया कि रवि किशन से यह उनकी चुनावी सीजन की पहली मुलाकात थी और यह एक सौहार्दपूर्ण संयोग है, न कि किसी राजनीतिक गठबंधन की औपचारिकता. लेकिन रवि किशन के बयान और तेज प्रताप की लचीली राजनीतिक स्थिति ने अटकलों को हवा दे दी है. अब जब बिहार चुनाव के पहले चरण का चुनाव हो चुका है और दूसरे चरण के वोट भी 11 को डाले जाएंगे. इसके बाद 14 को नतीजे आएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा कि तेज प्रताप यादव की पार्टी किस ओर झुकती है कि विपक्ष की राह या सत्ता के साथ समझौता.

ये भी पढ़ें : बिहार में पहले चरण की वोटिंग के बीच तेज प्रताप यादव का बड़ा बयान, बोले - जीत के बाद सारे विकल्प खुले हैं

परिवार से ही क्यों दूर हुए तेज प्रताप यादव

कुछ महीने पहले तेज प्रताप के कुछ निजी सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हुए थे, जिन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी. जिसके बाद लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेजस्वी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. तभी से वो अलग रहे हैं, आए दिन पार्टी और परिवार को लेकर बोलते भी रहते हैं. खुलकर कहते हैं कि उनके परिवार को जयचंदों ने घेरा हुआ है. जिस वजह से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. वहीं पिछले दिनों एयरपोर्ट पर जब तेजस्वी और तेज प्रताज एक-दूसरे से बेहद कम दूरी पर खड़े थे, तब भी दोनों में दूरियां दिखाई दी. ये वीडियो भी इंटरनेट पर जमकर वायरल हुआ था.

Advertisement

Featured Video Of The Day
Tejashwi Yadav Exclusive: तेजस्वी का हर घर नौकरी देने का क्या है फॉर्मूला? | Bihar Elections 2025