- बिहार चुनाव में एनडीए को विशाल बहुमत मिलने के बाद सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं
- केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह और जदयू के संजय झा कल अचानक दिल्ली के लिए चार्टर्ड फ्लाइट से रवाना हुए थे
- भाजपा आलाकमान ने दोनों जदयू नेताओं को दिल्ली बुलाया था, जिससे नई सरकार गठन में रुकावट के सवाल उठने लगे हैं
बिहार चुनाव में विशाल बहुमत मिलने के बाद एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस बीच राजनीतिक गलियारों में उस समय सियासी हलचल तेज हो गई, जब सोमवार देर रात केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा अचानक एक चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए. सूत्रों के अनुसार दोनों वरिष्ठ जदयू नेताओं को भाजपा आलाकमान ने दिल्ली बुलाया था. उनके अचानक चले जाने से यह सवाल उठने लगा है कि क्या नई सरकार के गठन में आखिरी समय में कोई रुकावट आई है. हालांकि, पटना हवाई अड्डे पर मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों पर न तो ललन सिंह और न ही संजय झा ने कोई टिप्पणी की. इस बीच बिहार में सरकार गठन की कोशिशें तेजी से आगे बढ़ रही हैं. एनडीए विधायक दल की बैठक 19 नवंबर को होगी, जिसमें गठबंधन औपचारिक रूप से अपना नेता चुनेगा. नीतीश कुमार के उसी दिन इस्तीफी देने की उम्मीद है, जिसके बाद 17वीं बिहार विधानसभा भंग हो जाएगी.
LIVE Updates:
बिहार में सरकार के गठन से पहले क्या बोले बीजेपी नेता
भाजपा नेता लखेंद्र पासवान ने कहा, "मैं भारी बहुमत के लिए आभार व्यक्त करता हूं. हम विकास के आधार पर चुनाव लड़ रहे थे. पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में बिहार में एनडीए सरकार ने विकास किया है. यह विकास के आधार पर ही है, आज जनता ने भारी बहुमत के साथ बिहार में जनादेश दिया है और एनडीए की सरकार बनने जा रही है."
20 नवंबर को होगा बिहार में शपथ समारोह
बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि 20 नवंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले बुधवार को भाजपा की एक पार्टी बैठक होगी, जिसके बाद एनडीए के विधायक दल की बैठक होगी. ANI से बात करते हुए, दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे.
बिहार सरकार के गठन को लेकर दिल्ली में अहम बैठक
बिहार में सरकार गठन को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर अहम बैठक चल रही है. इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद हैं. जेडीयू की ओर से वरिष्ठ नेता संजय झा और ललन सिंह भी शामिल हुए हैं. माना जा रहा है कि इस बैठक में सरकार गठन को लेकर अंतिम रणनीति पर चर्चा हो रही है.
जेपी नड्डा और अमित शाह की बैठक
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पहुंचे. जहां दोनों नेताओं की मुलाकात होनी है क्योंकि बिहार सरकार के गठन की कवायद तेज हो चुकी है. इसलिए इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है.
चिराग के हिस्से क्या आएगा?
जद(यू) और भाजपा के अलावा, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) भी नयी सरकार का हिस्सा होंगी. सूत्रों के अनुसार, लोजपा (रामविलास) को तीन, जबकि हम और रालोमो को एक-एक मंत्री पद मिलने की संभावना है. भाजपा से अधिकतम 16 और जद(यू) से 14 मंत्री, मुख्यमंत्री के साथ 20 नवंबर को शपथ ले सकते हैं.
BJP को क्या मिलेगा?
पीटीआई को सूत्रों ने बताया कि जद(यू) अपने अधिकांश मंत्रियों को बरकरार रख सकता है, जबकि भाजपा कुछ नए चेहरों को शामिल कर सकती है. पिछले मंत्रिमंडल के 25 मंत्रियों में से 24 ने इस बार चुनाव जीता, जबकि एकमात्र पराजित मंत्री सुमित कुमार सिंह इस बार अपनी सीट नहीं बचा सके.
टीम नीतीश में नए चेहरे कौन, किसकी चर्चा तेज?
सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड से पांच से छह नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है. महनार सीट से निर्वाचित जद(यू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नई टीम में जगह मिलने की संभावना है. नीतीश कुमार 19 नवंबर को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और इसके बाद 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. नए चेहरों में राहुल कुमार सिंह, सुधांशु शेखर, कलाधर प्रसाद मंडल और पन्ना लाल सिंह पटेल के नामों पर विचार किया जा रहा है.
बिहार में सरकार के गठन की तैयारियां तेज
बिहार चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद एनडीए में अब जोर-शोर से नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो चुकी है. यही वजह है कि दिल्ली से लेकर बिहार की राजधानी पटना तक सियासी हलचल होने लगी है. जहां नेताओं के बीच बैठकों का दौर चल रहा है.














