बिहार में न कोई बड़ा न कोई छोटा भाई... NDA में सीट शेयरिंग पर कैसे बनी बात?

NDA Seat Sharing in Bihar: बिहार में एनडीए के बीच सीट शेयरिंग तय हो गया है.एनडीए के बीच कई दौर के बीच बातचीत के बाद सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हुआ है. राज्य में अब कौन किस सीट से लड़ेगा इस पर एक दो दिनमें फैसला हो सकता है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार.
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  • बिहार चुनाव के लिए NDA में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय हुआ जिसमें BJP और JDU समान सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.
  • BJP और JDU दोनों को समान रूप से 101-101 सीटें मिलीं जबकि LJP, HUM और RLM को भी सीटें दी गई हैं.
  • BJP ने चिराग पासवान को उनकी पसंद की तीन सीटें देकर उनके साथ-साथ मांझी और कुशवाहा की नाराजगी भी दूर की.
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पटना/नई दिल्ली:

NDA Seat Sharing in Bihar: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे का ऐलान हो गया है. एलजेपी (आर) के चीफ चिराग पासवान समेत बिहार बीजेपी चुनाव प्रभार धर्मेंद्र प्रधान ने एक्स पर पोस्ट करके सीट शेयरिंग की जानकारी दी है. फॉर्मूले के तहत बीजेपी 101, जेडीयू 101, एलजेपी (आर) 29, हम 6 और आरएलएम 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सीट बंटवारे में राज्य में बड़ा भाई- छोटा भाई की बातें खत्म होती दिख रही हैं. यानी बीजेपी और जेडीयू समान सीटों पर चुनाव लड़ेगी. लंबी जद्दोजहद के बाद सीटों के बंटवारे का ऐलान किया गया है.

बिहार में अब कोई बड़ा भाई नहीं

बिहार में अभी तक JDU भारतीय जनता पार्टी से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ती रही थी. लेकिन 2025 के बिहार विधानसभा सभा चुनाव में दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी. यानी राज्य में अब JDU बड़े भाई वाली भूमिका में नहीं रह गई है. वहीं, बीजेपी ने भी मजबूती के साथ ये संदेश देने की कोशिश की है NDA में सब बराबर हैं.

HUM और RLM को भी 6-6 सीटें दी गई हैं. पिछली बार HUM को 7 सीटें दी गई थीं. प्रधान ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा है कि हम NDA के साथियों ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का वितरण पूर्ण किया है. NDA के सभी दलों के कार्यकर्ता और नेता इसका हर्षपूर्वक स्वागत करते हैं.

सीट बंटवारे की इनसाइड स्टोरी

गौरतलब है कि JDUने NDA में सीट बंटवारे की जिम्मेदारी BJP को सौंप दी थी. BJP नेता प्रधान, नित्यानंद राय, केशव प्रसाद मौर्य, विनोद तावड़े ने पिछले 4-5 दिनों तक लगातार चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के साथ बातचीत जारी रखी. उनकी हर नाराजगी को दूर करने की कोशिश की.

चिराग कुछ पंसद की सीटें की मांग कर रहे थे. बीजेपी ने काफी माथापच्ची के बाद हिसुआ, गोविंदगंज और ब्रह्मपुर तीनों सीट चिराग की झोली में डाल दी है. इसके अलावा हम और आरएलएम को बराबर-बराबर सीटें देकर ये जताने की कोशिश की है कि पार्टी में कोई दल बड़ा-छोटा नहीं है.

अभी केवल सीट बंटवारा

सूत्रों ने बताया कि अभी एनडीए में केवल सीट बंटवारा तय हुआ है. यानी सीटों की संख्या तय की गई है. कौन सी सीट किस पार्टी को दी जाएगी, उसपर अभी चर्चा पूरी नहीं हुई है. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक चिराग को उनकी मनपंसद तीन सीटें दे दी गई हैं. माना जा रहा है कि कल तक सीटों को लेकर चर्चा पूरी होने की संभावना है.

चिराग को साधा, मांझी को मनाया, कुशवाहा को किया खुश

बीजेपी ने पिछले 5 दिन में अपने सभी सहयोगी दलों को साध लिया है. चिराग सीट बंटवारे के फॉर्मूले से पहले खुश नहीं थे. चिराग को साधने की जिम्मेदारी नित्यानंद राय को दी गई. नित्यानंद राय दो दिन में 5 बार से ज्यादा बार चिराग से मिले और फिर उनकी चिंताओं को आलाकमान से अवगत कराया गया.

इसके बाद बीजेपी ने चिराग की समस्या का समाधान किया. फिर पार्टी ने मांझी की नाराजगी को दूर करने का काम खुद BJP चीफ जेपी नड्डा के लेवल पर किया या. अंत में मांझी ने पोस्ट किया कि वो PM नरेंद्र मोदी को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले हैं. इसके बाद BJP ने अपने एक और साथी उपेंद्र कुशवाहा को भी 6 सीटों के लिए मना लिया. इस तरह सीट बंटवारे में NDA ने बिहार में बाजी मार ली है. क्योंकि महागठबंधन में अभी तक सीट बंटवारा पूरा नहीं हुआ है.

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