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कुंडली के छठे भाव में शुभ ग्रहों का प्रभाव कैसा होता है, जानिए यहां

Shubh Grah: अगर आपकी कुंडली के छठे भाव में शुभ ग्रह हों, तो आपके जीवन पर इसका क्या प्रभाव हो सकता है, आइए जानते हैं.

Edited by Updated : January 01, 2024 4:08 PM IST
कुंडली के छठे भाव में शुभ ग्रहों का प्रभाव कैसा होता है, जानिए यहां
कुंडली के छठे भाव में सूर्य, मंगल और राहु भी शुभ फल देने वाले माने जाते हैं.
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Astrology: कुंडली का छठा भाव काफी महत्वपूर्ण होता है. इससे नौकरी, काम, दैनिक जीवन, खुशी और स्वास्थ्य आदि की जानकारी मिलती है. ज्योतिष में बुध, चंद्रमा, गुरु और शुक्र को शुभ ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है. हालांकि, कुंडली के छठे भाव में सूर्य, मंगल और राहु भी शुभ फल देने वाले माने जाते हैं, लेकिन अगर ये ग्रह दूषित हों, तो परिणाम विपरीत हो सकता है. ऐसे में अगर आपकी कुंडली के छठे भाव में शुभ ग्रह हों, तो आपके जीवन पर इसका क्या प्रभाव हो सकता है, आइए जानते हैं.

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महत्वपूर्ण होता है छठा भाव

छठे भाव के स्वामी ग्रह बुध होते हैं. इसके अलावा कारक ग्रह केतु हैं. छठा भाव स्वास्थ्य के साथ ही सेवा और संघर्ष का भी प्रतिनिधित्व करता है. अगर छठे भाव में ग्रहों की स्थिति मजबूत हो, तो व्यक्ति काफी मेहनती और जिम्मेदार होता है.

छठे भाव में बुध बनाता है विवेकी

छठे भाव में बुध थोड़ी परेशानी उत्पन्न कर सकता है. आप मानसिक चिंता में बने रहेंगे. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं. पढ़ाई में भी आपको सतर्क रहने की जरूरत है. बुध के प्रभाव से आप विवेक से काम ले सकते हैं. अपनी मेहनत के बल पर आपको सफलता प्राप्त हो सकती है. बुध के प्रभाव से व्यक्ति तार्किक भी हो सकता है. हालांकि, आपको अपने करीबियों के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए. आपकी पढ़ाई में भी बाधाएं आ सकती हैं. आप खर्चे भी करेंगे, लेकिन ये खर्चे अच्छे कार्यों पर ही होंगे. लेखन आदि के कार्यों में भी आपकी रूचि देखने को मिल सकती है.

छठे भाव में चंद्रमा देगा खुशी

छठे भाव में चंद्रमा का फल ज्यादातर अच्छा नहीं होता है. चंद्रमा के प्रभाव से आप बार-बार नौकरी बदलने की सोच सकते हैं या बदल सकते हैं. चंद्रमा माता का भी प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन आपको अपनी माता के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने के लिए भी काफी प्रयास करने होंगे. इतना ही नहीं आपको आंख और पेट से जुड़ी बीमारियां भी परेशान कर सकती हैं. आपको निर्णय लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. कर्ज के कारण भी परेशानी हो सकती है. आपको अपमानित भी होना पड़ सकता है. आप मूडी भी हो सकते हैं, जिसका असर आपके दैनिक जीवन पर भी पड़ सकता है. हालांकि छठे भाव में चंद्रमा आपकी संतान के लिए शुभ फलदायी होती है. संतान की ओर से आपको बड़ी खुशी मिलेगी.

गुरु के कारण आर्थिक लाभ के लिए करनी होगी मेहनत

छठे भाव में गुरु बेहतर फलदायी होता है. आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप निरोगी बने रहेंगे. हालांकि कई बार लीवर और रक्त संबंधी रोगों के कारण परेशानी हो सकती है. ऐसे लोग सदाचारी होते हैं और उनकी वाणी भी मधुर होती है. ये लोग विद्वान हो सकते हैं और ज्योतिष आदि में भी उनकी रुचि देखने को मिल सकती है. आपको आर्थिक लाभ भी होंगे, लेकिन इसके लिए आपको कठिन परिश्रम करनी होगी. आपको गुरु के साथ ही भाई-बहनों को सुख मिलता है, लेकिन गुरु के अशुभ रहने की स्थिति आपके इन रिश्तेदारों के लिए अच्छी नहीं मानी जाती.

शुक्र के प्रभाव से भाई-बहनों से मिलेगा सुख

छठे भाव में शुक्र के कारण आपको कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, लेकिन आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. हालांकि, आपको अपने खानपान पर अतिरिक्त ध्यान रखने की जरूरत है. शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति विवेकी होता है, लेकिन कई बार ऐसे लोग डरपोक किस्म के भी हो सकते हैं. शत्रुओं से परेशानी होगी, लेकिन अंत में आप विजयी होंगे. शुक्र के प्रभाव से आपको भाई-बहनों और मामा से सुख मिलेगा. ऐसे लोगों के अच्छे दोस्तों की संख्या भी कम हो सकती है. छठे भाव में शुक्र के होने के कारण आपको महिला पक्ष से भी सुख कम मिलेगा. आपको कोई गुप्त समस्या भी हो सकती है. खर्चों पर भी नियंत्रण रखने की जरूरत है, क्योंकि अभी आपके खर्चे भी अधिक हो सकते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)