
Gomed Ratan Kise Pehanna Chahiye: भारत में रत्नों का बेहद महत्व है. यहां कई तरह के रत्न पाए जाते हैं. जिन्हें जिंदगी बदलने वाला उपाय माना जाता है. ऐसा ही एक खास रत्न गोमेद है, जिसे हेसोनाइट गार्नेट (Hessonite Garnet) कहा जाता है. यह रत्न राहु ग्रह (Gomed gemstone for Rahu) से जुड़ा होता है. राहु अगर कुंडली में गड़बड़ जगह बैठ जाए, तो जीवन में डर, भ्रम, पैसों की परेशानी और गलत फैसले बढ़ जाते हैं. ऐसे में गोमेद को राहु के असर को संतुलित करने वाला रत्न माना जाता है. आइए जानते हैं गोमेद रत्न (Who should wear Gomed gemstone) किसको पहनना चाहिए. यह किसके लिए शुभ होता है. इसके नियम, विधि (How to wear Gomed gemstone properly), फायदे और नुकसान क्या हैं.
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गोमेद रत्न किसे पहनना चाहिए (Who should wear Gomed Stone)
1. गोमेद हर किसी के लिए नहीं होता है. यह खासतौर पर उन लोगों के लिए शुभ माना जाता है, जिनकी कुंडली में राहु कमजोर या परेशान कर रहा हो.
2. जिनकी जिंदगी में बार-बार रुकावट, डर या असमंजस बना रहता हो.
3. जो लोग राजनीति, मीडिया, वकालत, सेल्स, पब्लिक डीलिंग जैसे क्षेत्रों में हैं.
4. जिनकी एकाग्रता कमजोर हो या गलत फैसले लेने की आदत हो.
5. राहु की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो.
6. वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ राशि वालों के लिए गोमेद आमतौर पर शुभ माना जाता है, लेकिन कुंडली देखना फिर भी जरूरी है.
गोमेद पहनने के फायदे (Gomed Stone Benefits)
रत्न शास्त्र में गोमेद रत्न पहनने के कई लाभ बताए जाते हैं. यह व्यक्ति के डर, भ्रम और आत्मविश्वास की कमी को कम करने में मदद करता है, जिससे सोच स्पष्ट होती है और निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है. साथ ही इसे पहनने से रुके हुए कार्य धीरे-धीरे पूर्ण होने लगते हैं और आर्थिक समस्याओं में भी कमी आ सकती है. यह बुरी आदतों और गलत संगत से दूरी बनाने में सहायक माना जाता है. इसके अलावा इससे नींद बेहतर होती है और बुरे सपने कम आते हैं. कई लोग यह भी मानते हैं कि गोमेद पहनने से मानसिक शांति प्राप्त होती है.
गोमेद पहनने के नुकसान (Gomed Stone Disadvantages)
गोमेद रत्न को बिना उचित सलाह या सही तरीके से पहनने पर कुछ नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं. गलत उपयोग से व्यक्ति में बेचैनी, गुस्सा और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है. यदि इसे गलत समय पर पहना जाए तो आर्थिक नुकसान की संभावना भी रहती है. इसके अलावा, रिश्तों में तनाव उत्पन्न हो सकता है और शारीरिक समस्याएं जैसे सिरदर्द, पेट की परेशानी या घबराहट महसूस हो सकती हैं. इसी कारण से, गोमेद पहनने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना बेहद जरूरी है.
गोमेद पहनने की सही विधि (Gomed Stone Wearing Correct Method)
1. शनिवार के दिन, सूर्यास्त के बाद पहनना शुभ माना जाता है.
2. इसे चांदी की अंगूठी में पहनें.
3. दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में धारण करें.
4. पहनने से पहले गंगाजल या साफ पानी से शुद्ध करें.
5. 108 बार 'ॐ रां राहवे नमः' मंत्र का जाप करें.
गोमेद किसे नहीं पहनना चाहिए (Who should not wear Gomed Stone)
गोमेद रत्न पहनने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. बिना कुंडली देखे इसे पहनना जोखिम भरा हो सकता है. जिन लोगों को पहले से अत्यधिक गुस्सा या बेचैनी रहती है, उन्हें यह रत्न नहीं पहनना चाहिए. गंभीर मानसिक रोग या हृदय संबंधी बीमारी वाले व्यक्तियों के लिए भी यह उपयुक्त नहीं माना जाता है. इसके अलावा, कर्क राशि के जातकों को बिना विशेषज्ञ की सलाह के गोमेद पहनने से बचना चाहिए.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.