प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) में दुनिया के सबसे बड़े ध्यान केंद्र यानी मेडिटेशन सेंटर स्वर्वेद महामंदिर (Swarved Mahamandir) का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने इसे दिव्यता और भव्यता का एक मनोरम उदाहरण बताते हुए कहा, ‘स्वर्वेद महामंदिर भारत की सामाजिक और आध्यात्मिक शक्ति का एक आधुनिक प्रतीक है'.
इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे. उद्घाटन के बाद, प्रधानमंत्री ने केंद्र का दौरा किया जहां ध्यान के लिए एक समय में 20,000 से अधिक लोग बैठ सकते हैं.
स्वर्वेद महामंदिर से जुड़े तथ्य
1. 3,00,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैले सात मंजिला मंदिर में 125 पंखुड़ियों वाले कमल के गुंबदों का एक सुंदर डिजाइन है और इसमें 20,000 बैठने की क्षमता है.
2. वाराणसी शहर के केंद्र से लगभग 12 किमी दूर उमराहा क्षेत्र में स्थित, मंदिर के मकराना संगमरमर पर 3,137 स्वर्वेद छंद उकेरे गए हैं.
3. जहां मंदिर की दीवारों के चारों ओर गुलाबी बलुआ पत्थर की सजावट है, वहीं इसमें औषधीय जड़ी-बूटियों वाला एक खूबसूरत उद्यान भी है.
4. स्वर्वेद महामंदिर की वास्तुकला में सागौन की लकड़ी की छतें, जटिल नक्काशी वाले दरवाजे और 101 फव्वारे हैं.
5. 2004 में शुरू हुए मंदिर के निर्माण में 15 इंजीनियरों और 600 श्रमिकों ने काम किया.
मंदिर की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, स्वर्वेद महामंदिर विहंगम योग के संस्थापक सदाफलदेव जी महाराज की लिखित ग्रंथ स्वर्वेद को समर्पित है. वेबसाइट में कहा गया है, ‘महामंदिर अपनी शानदार आध्यात्मिक आभा से मानव जाति को रोशन करने और दुनिया को शांतिपूर्ण सतर्कता की स्थिति में लाने के लिए है.