World's Oldest Wild Bird: इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है कि कोई पक्षी 74 साल की उम्र तक जीवित रह सकता है. वैसे देखा जाए तो जीव-जतुंओं की उम्र इंसान के मुकाबले कम ही मानी जाती है, लेकिन जानकर हैरानी होगी कि एक 74 साल के पक्षी ने अपने जीवनकाल में 60वां अंडा दिया है. यह पक्षी दुनिया का सबसे उम्रदराज पक्षी है, जो लेसन अल्बाट्रॉस प्रजाति का है. इस पक्षी का नाम विजडम है. पक्षी विजडम ने मिडवे एटोल राष्ट्रीय वन्यजीव अभयारण्य (अमेरिका) में अपना 60वां अंडा दिया है. विजडम अपने नए अंडे का पूरा ख्याल रखते देखा जा रहा है. वहीं, 74 की उम्र में 60वां अंडा देने वाले इस पक्षी की दुनियाभर में चर्चा हो रही है.
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5 साल की उम्र में दिया पहला अंडा ( Wisdom Laysan albatross)
जानकर हैरानी होगी कि लेसन अल्बाट्रॉस प्रजाति के पक्षियों की औसतन उम्र 12 से 40 साल की है, लेकिन विज्डम इस कैटेगरी में बिल्कुल भी नहीं आया है. बता दें, पक्षी विज्डम 1956 में 5 साल का था, जब यह पहली बार चर्चा में आया था. दरअसल, महज 5 साल की उम्र में विजडम ने अपना पहला अंडा धरती पर गिराया था. वहीं, प्रशांत क्षेत्र स्थित यूएस फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस ने अपने एक फेसबुक पोस्ट में जानकारी दी है कि लंबे पंखों वाला समुद्री पक्षी लैसन अल्बाट्रॉस (जिसका नाम विज्डम है) हवाई द्वीपसमूह के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित मिडवे एटोल नेशनल वाइल्ड लाइफ रिफ्यूज में लौट आया है और एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि यह उसका 60वां अंडा हो सकता है.
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हर साल देता है एक अंडा (Bird lays 60th Egg)
उन्होंने अपने पोस्ट में आगे बताया है कि विज्डम ने चार साल बाद अपने एक साथी के साथ यह अंडा दिया है. बताया गया है कि विज्डम और उसका साथी अकीकामाई 2006 से अंडे देने के लिए प्रशांत महासागर के एटोल में लौट थे. गौरतलब है कि लेसन अल्बाट्रॉस प्रजाति के पक्षी जीवन भर संबंध बनाते हैं और हर साल एक अंडा देते हैं. पोस्ट में बताया गया है कि अकीकामाई कई सालों से नजर नहीं आया है. ऐसे में विज्डम ने किसी अन्य पक्षी के साथ संबंध बनाए और फिर 60वें अंडा दिया. पोस्ट में यह भी बताया गया है कि विज्डम पिछले सप्ताह ही मिडवे एटोल राष्ट्रीय वन्यजीव अभयारण्य लौटा है.
मछली के अंडे खाकर होते हैं बड़े (World's Oldest Known Wild Bird)
मिडवे एटोल नेशनल वाइल्डलाइफ रिफ्यूज के पर्यवेक्षी वन्यजीव जीवविज्ञानी जोनाथन प्लिसनर ने कहा, 'हमे उम्मीद है कि अंडा जरूर फूटेगा और बच्चा निकलेगा, हर साल, लाखों समुद्री पक्षी घोंसला बनाने और अपने बच्चों को पालने के लिए यहां लौटते हैं'. बता दें, अल्बाट्रॉस के माता-पिता बारी-बारी से लगभग दो महीने तक एक अंडे को सेते हैं. अंडे सेने के लगभग पांच से छह महीने बाद चूजे समुद्र में चले जाते हैं. वे अपना अधिकांश जीवन समुद्र के ऊपर उड़ते हुए और मछली के अंडे खाते हुए बिताते हैं.
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