कई बार हमें दूसरे के दर्द का एहसास तब होता है, जब हम खुद भी उसी दर्द से गुजरते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ हैदराबाद की एक महिला के साथ, जिन्होंने कैंसर की वजह से अपनी परिवार के 4 सदस्यों को खो दिया. कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है कि अगर इसका इलाज सही समय पर न किया जाए, तो लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ जाती है. ये बीमारी जितनी खतरनाक है उतना ही महंगा है इसका इलाज. कई बार तो लोग पैसे न होने की वजह से भी अपनों का इलाड नहीं करा पाते और उन्हें को देते हैं. आज कैंसर का इलाज तो संभव है, लेकिन ये जरूरी नहीं कि हर कैंसर मरीज के पास इलाज के लिए पर्याप्त पैसे भी हों. ऐसे में बहुत से एनजीओ भी हैं, जो कैंसर मरीजों के इलाज के लिए आर्थिक रूप से उनकी मदद करते हैं.
यहां हम बात कर रहे हैं हैदराबाद की सुधा केशवराजू के बारे में. जो कैंसर की वजह से अपने परिवार के चार सदस्यों को खो चुकीं हैं. लेकिन, इतना दुख सहने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और कैंसर मरीजों की मदद का बीड़ा उठाया. अब वो कैंसर मरीजों को मुफ्त में पैष्टिक भोजन और दवाएं देकर उनकी मदद करती हैं. वो ये काम 4 साल से कर रही हैं.
सुधा केशवराजू ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि , "मैंने अपने परिवार के 4 सदस्यों को कैंसर से खो दिया है. 2017 में मैंने ये काम अपने दम पर शुरू किया था. बाद में जैसे-जैसे और जरूरतमंदों ने सहायता मांगी, मैंने इसके लिए दोस्तों की मदद ली."