मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल शाहपुर ब्लॉक से झकझोरने वाला वीडियो सामने आया है. यहां के आदिवासी आज़ादी के 75 बरस बाद भी बुनियादी सुविधाओं से महरूम हैं. हालात इतने बदतर हैं कि उफनती नदी में जान हथेली पर रखकर यहां के स्थानीय आदिवासी एक गर्भवती महिला को खटिया में डाल कर प्रसव के लिए ले जाने पर मजबूर हुए हैं. दरअसल यह मामला है बैतुल के शाहपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत पावरझंडा के अन्तर्गत आने वाले गांव जामुनढाना की.
दरअसल गांव से बहने वाली नदी पर आजतक कोई पुल नहीं बन सका है. इस वजह से बारिश के दिनों में लोगों का आवागमन बाधित होता रहता है. बुधवार शाम को ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर एक गर्भवती महिला को खटिया में लिटाकर नदी पार करवाई. कई सालों से यह समस्या होने के बाद भी अब तक प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं हो सकी है.
पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीण पहले भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समस्या अब भी जस की तस है. जयस ब्लॉक प्रवक्ता अंकुश कवड़े ने बताया की शासन और प्रशासन ग्रामीणों की समस्या की अनदेखी कर रहा है जबकि बार बार इस समस्या से प्रशासन को अवगत किया जा चुका है.
लगातार हो रही बारिश और नदियों में आई बाढ़ की वजह से आदिवासी बहुल इलाकों में विकास की स्थिति खुद-ब-खुद उजागर हो रही है. पिछले 24 घंटों में पश्चिम और मध्य एमपी में लगातार बारिश हो रही है और फिलहाल कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. मौसम विभाग ने इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के जिलों के लिए भारी बारिश की नारंगी चेतावनी जारी की है. रिपोर्टों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में जिले इंदौर और बैतूल में बाढ़ की नदियों और उफनते नाले में बहने से कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई है.