Surya Grahan 2023 Today: साल का पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2023) शुरु हो चुका है. इस साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और न ही देश पर इसका कोई प्रभाव देखने को मिलेगा. इस सूर्य ग्रहण को आस्ट्रेलिया, हिंद महासागर, दक्षिण एशिया, प्रशांत महासागर और पूर्वी एशिया से ही देखा जा सकता है. ऑस्ट्रेलिया (Australia) में यह सूर्य ग्रहण दिखना शुरु हो चुका है. ग्रहण सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू हो चुका है और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर खत्म होगा. इस सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 24 मिनट की होगी.
सोशल मीडिया पर सूर्य ग्रहण के तस्वीरें लोग शेयर कर रहे हैं. आप भी इन तस्वीरों में देखें सूर्य ग्रहण का अद्भुत नज़ारा...
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ग्रहण का सूतक काल तभी मान्य होता है जब उसे देखा जा सकता है. भारत से इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकता इसीलिए इसका सूतक काल (Sutak Kaal) भी मान्य नहीं होगा. सूतक काल वह समय होता है जिसमें सूर्य ग्रहण लगता है और धार्मिक मान्यताओं के आधार पर सूतक काल लगने पर लोगों को कुछ अहम बातों का ख्याल रखना भी जरूरी होता है. भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा इसलिए सूतक काल के नियमों का भी ध्यान रखना अनिवार्य नहीं होगा.
इस बार का सूर्य ग्रहण तीन रूपों में दिखाई देगा, जिसको खगोल विज्ञान में हाइब्रिड सूर्य ग्रहण कहा गया है. हाइब्रिड सूर्य ग्रहण आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण का मिश्रण होता है. यह सूर्य ग्रहण लगभग 100 साल में एक ही बार देखने को मिलता है. इस सूर्य ग्रहण के समय चंद्रमा की धरती से दूरी न तो ज्यादा होती है और न कम. इस दुर्लभ ग्रहण के दौरान सूर्य कुछ सेकेंड के लिए एक वलय यानी रिंग जैसी आकृति बनाता है, जिसे अग्नि का वलय यानी रिंग ऑफ फायर कहा जाता है.
यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. यह कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर ही दिखाई देगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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