अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद लोग बहुत से लोग डरे हुए हैं. किसी को अपनी जान की चिंता है तो किसी को अपने से ज्यादा बच्चों की. काबुल हवाईअड्डे का वो नजारा कौन भूल पाएगा, जब लोग देश छोड़ने के लिए प्लेन के पंखों पर ही बैठ गए. प्लेन चलने लगा तो लोग साथ-साथ दौड़ने लगे. सचमुच जिसने भी इस घटना का वीडियो और तस्वीरें देखीं वो इस भुला नहीं पाएगा. बच्चों की स्थिति भी ऐसी ही थी. मांएं कंटीले तारों के ऊपर विदेशी सैनिकों की तरफ अपने बच्चों के फेंक रही थी. बहुत से बच्चे कंटीले तारों के बीच फंस कर चोटिल हो गए. जो भी अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं, वे बस किसी भी तरह से निकल जाना चाहते हैं, हालांकि तालिबान का कहना है कि महिलाएं अब काम कर सकती हैं. बुर्का पहनने की पाबंदी भी हटा दी है. सिर्फ हिजाब में वह घर से बाहर निकल सकती हैं, लेकिन तालिबान के वादों पर इतनी जल्दी कोई यकीन नहीं करना चाहता. वे लोग तो बिल्कुल नहीं जिन्होंने अमेरिका और विदेशी सेनाओं की मदद की है. उनका कहना है कि तालिबान की नजरों में हम गुनाहगार हैं, वे हमें जिंदा नहीं छोड़ेंगे. वहीं तालिबान ने सभी लोगों के लिए आम माफी की घोषणा भी की है. इसी बीच तालिबान द्वारा प्रताड़ना के वीडियो और तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर आने लगे हैं. अफगानिस्तान में तालिबान किस तरह से अपनी सत्ता कायम करेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल स्थिति बेहतर नहीं है.
काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिकों को कंटीले तारों के बीच से अपने बच्चों को पकड़ाते अफगानिस्तान के लोगों की तस्वीर ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा. वहां के हालात को लेकर इस तस्वीर ने चिंता और बढ़ा दी. (फोटो AFP)
हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बच्चों के लिए अमेरिकी नौसैनिकों की तस्वीरें भी सामने आईं. माता-पिता से आंचल से निकलकर ये बच्चे सैनिकों की गोद में जाने को मजबूर हुए.
तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग हवाईअड्डे पर पहुंच गए हैं. इस फोटो में लोग किनारे बैठकर इंतजार कर रहे हैं यहां से निकलने का. (AFP)
इस फोटो में अमेरिकी सैनिक और कुछ बच्चे दिख रहे हैं जो अगली फ्लाइट की प्रतीक्षा में हैं. (AFP)
काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिक कुछ प्यासे बच्चों को पानी की बोतलें देते दिखाई दिए. (AFP)
अफगानिस्तान से निकाले गए यात्री आज दक्षिणी इंग्लैंड में आरएएफ ब्रीज नॉर्टन स्टेशन पर उतरने के बाद. (AFP)