8 साल की इस छोटी फोटोग्राफर ने खोज निकाला दुर्लभ गुलाबी टिड्डा, तस्वीर देख हैरत में पड़े लोग

एक इंस्टाग्राम वीडियो में, जेमी ने उत्साहपूर्वक अपने निष्कर्ष साझा किए, जिसमें बताया कि केवल 1% लोग ही अपने जीवनकाल में इस घटना का सामना कर सकते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
8 साल की इस छोटी फोटोग्राफर ने खोज निकाला दुर्लभ गुलाबी टिड्डा

यूके की 8 वर्षीय पुरस्कार विजेता फ़ोटोग्राफ़र (Award Winning Photographer) जेमी (Jamie) से मिलें, जो अपनी खोज - एक दुर्लभ गुलाबी टिड्डा (Rare Pink Grasshopper) - की वजह से सोशल मीडिया पर छाईं हुई है. एक इंस्टाग्राम वीडियो में, जेमी ने उत्साहपूर्वक अपने निष्कर्ष साझा किए, जिसमें बताया कि केवल 1% लोग ही अपने जीवनकाल में इस घटना का सामना कर सकते हैं. वह बताती हैं कि टिड्डे का आकर्षक गुलाबी रंग आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण होता है, जिसके कारण गुलाबी रंगद्रव्य का अधिक उत्पादन और काले रंग का कम उत्पादन होता है.

वह वीडियो में बताती है, ''वाह, मुझे अभी एक गुलाबी टिड्डा मिला. ऐसा है कि 1% लोग ही अपने जीवनकाल में गुलाबी टिड्डे देख पाते हैं. इसलिए, मैं इसे देखने में सक्षम होने के लिए बहुत भाग्यशाली हूं. गुलाबी टिड्डे, उनके गुलाबी होने का कारण उनकी आनुवंशिक विपथन है, जिसका अर्थ है कि वे बहुत अधिक गुलाबी रंगद्रव्य पैदा करते हैं. यही कारण है कि वहां इतना गुलाबी रंग है.'' 

देखें Video:

वीडियो के कैप्शन में लिखा है, ''जेमी द्वारा एक दुर्लभ खोज - बाज आंखों वाली लड़की एक गुलाबी टिड्डा! गुलाबी रंग आनुवांशिक उत्परिवर्तन के कारण होता है.'' जेमी की तस्वीर ने सोशल मीडिया यूजर्स को मंत्रमुग्ध कर दिया है, कई लोगों ने उनकी प्रतिभा और प्राकृतिक दुनिया के प्रति आकर्षण की तारीफ की है. एक यूजर ने लिखा, ''सोशल मीडिया पर बच्चों को ऐसा ही दिखना चाहिए. बच्चे अपने आसपास की दुनिया के बारे में प्रेरित और जिज्ञासु होते हैं. मुझे इससे प्यार है.''

एक यूजर ने कमेंट किया, ''उसका उत्साह मुझे खुश करता है!'' तीसरे ने कमेंट किया, ''उसे नेशनल ज्योग्राफिक पर होना चाहिए.'' इस दुर्लभ और सुंदर टिड्डे को साझा करने के लिए बधाई और धन्यवाद.'' चौथे ने कहा, ''ज्ञान. उत्साह. फोटो. कौशल. सारी सुन्दरता. ''हैप्पी शूटिंग.'' 

इस साल की शुरुआत में, बेंटन, अर्कांसस की एक और 9 वर्षीय लड़की ने अपने परिवार के खलिहान की ओर जाते समय दुर्लभ गुलाबी टिड्डे को देखा. मेडलिन लैंडेकर ने टिड्डे का नाम 'मिल्ली' रखा और उसे घर में एक प्लास्टिक कंटेनर में रखा. अपनी असाधारण खोज को साझा करने के लिए उत्सुक, वह अपने सहपाठियों को रोमांचित करते हुए, अगले दिन मिल्ली को स्कूल ले गई. मेडलिन, जो बड़ी होने पर पशुचिकित्सक बनना चाहती है, उसके पास पहले से ही नौ मुर्गियां, दो कुत्ते, दो बिल्लियां और एक खरगोश है.

Advertisement

ये Video भी देखें:


 

Featured Video Of The Day
Jharkhand Election Results: चुनाव पर CM Hemant Soren ने किया लोगों का धन्यवाद
Topics mentioned in this article