LinkedIn Fresher and Sir: लिंक्डइन जॉब सीकर्स के लिए बेहतरीन प्लेटफॉर्म है. यहां कई फील्ड के प्रोफेशनल का अकाउंट है, जो अपनी कंपनी में होने वाली हायरिंग के बारे में अपडेट देते रहते हैं. एजुकेटेड कामकाजी लोगों के बीच यह प्लेटफॉर्म सबसे ज्यादा प्रचलित और चर्चित है. यहां, आए दिन हजारों जॉब्स के विज्ञापन देखने को मिलते हैं और साथ ही कई प्रोफेशनल लोगों की एक दूजे से यहां जान-पहचान बनती है. वहीं, कई जॉब सीकर्स जॉब के लिए एक-दूजे को डीएम भी करते हैं. अब एक लिंक्डइन पोस्ट ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है. इस पोस्ट को राइटर और कॉलमनिस्ट साकेत ने अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया है. अब इस पोस्ट पर सोशल मीडिया पर लोगों के बीच तगड़ी बहस छिड़ गई है.
'सर' ना बोलने पर बवाल
साकेत ने अपने पोस्ट में बताया है कि एक फ्रेशर ने उन्हें एक मैसेज भेजा है, जिसमें इस फ्रेशर ने उन्हें 'हाय साकेत' लिखा है. साकेत ने बताया कि उनके कॉलेज का 2025 में पास आउट होने जा रहा यह लड़का उन्हें बिना सर के संबोधित किए मैसेज भेजता है. इस लड़के ने साकेत को मैसेज किया, 'हाय साकेत, हम दोनों एक ही कॉलेज से हैं'. साकेत ने लिखा है, 'बेटा तुम 2025 में पास आउट होने जा रहे हो और तुम 1994 के पास आउट हुए से उसका नाम लेकर बात कर रहे हो? मैं आज भी 1993 में पास आउट सीनियर से सर करके बात करता हूं, यह अमेरिकनाइज्ड कल्चर है'.
साकेत के लिए भारी पड़ा 'सर'
अब साकेत के इस पोस्ट पर 1.2 मिलियन व्यूज आ चुके हैं और साथ ही 'सर' शब्द पर तगड़ी बहस भी छिड़ गई है. इस पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा है, 'क्या उसे आपको सर बुलाना चाहिए था? यह ब्रिटिश कल्चर है, लिंक्डइन हाई कॉरपोरेट कल्चरल प्लेस है, यहां नाम से ही बुलाया जाता है, यह कोई घर पर आओ पैर छुओ टाइप सिचुएशन नहीं है'. दूसरे यूजर ने लिखा है, 'मैं सहमत हूं कि उसे सर नहीं कहना चाहिए, जबकि हमें कुछ सम्मानजनक नाम लेने चाहिए, जैसे सरकार, माई बाप, माईलोर्ड, अजीमो-शान-शहंशाह'. कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो साकेत के दर्द को समझ उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं.
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