डिजिटल भुगतान प्रणाली (Digital payment systems) देश के लगभग हर कोने में पहुंच चुकी है. जहां डिजिटल भुगतान लेन-देन को परेशानी मुक्त और त्वरित बनाता है, वहीं एक नारियल विक्रेता ने अपने दोपहिया वाहन से जुड़े क्यूआर कोड (QR code) के साथ ऑनलाइन लोगों का ध्यान खींचा है.
ट्विटर यूजर आरके मिश्रा ने विक्रेता से नारियल खरीदते हुए अपनी एक तस्वीर शेयर की है. जहां मोटरसाइकिल पर नारियल का गुच्छा लटका हुआ है, वहीं सीट के पीछे एक क्यूआर कोड दिखाई दे रहा है. मिश्रा अपनी साइकिल के साथ खड़े दिख रहे हैं और बैकग्राउंड में एक महिला लेन-देन देख रही है.
मिश्रा के ट्विटर बायो में कहा गया है कि वह एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सह-अध्यक्ष हैं, जो कर्नाटक में एक गैर-सरकारी व्यापार संघ है.
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क्लिप के कैप्शन में लिखा है, "कोकोनट मैन विद क्यूआर कोड...इंडिया फॉरवर्ड." जहां कुछ यूजर्स डिजिटल लेन-देन से हैरान थे, वहीं कई अन्य ने इसी तरह के उदाहरणों के बारे में कमेंट किया.
एक यूजर ने लिखा, “(ऑर्गेनिक!) नारियल, साइकिलिंग और क्यूआर कोड आधारित भुगतान! एक स्थायी, निम्न पदचिह्न के साथ-साथ भारत के समान भविष्य के संकेत! एक अन्य यूजर ने लिखा, “भुवनेश्वर में काफी आम है. लगभग सभी सड़क किनारे नारियल विक्रेता UPI को स्वीकार करते हैं.” एक तीसरे यूजर ने लिखा, "सचमुच महान- डिजिटल क्रांति."
पिछले साल, शादी के मेहमानों को ढोल पर क्यूआर कोड के जरिए भुगतान करते हुए दिखाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जब लोग ढोल की थाप पर नाच रहे थे, एक शख्स ने दूल्हे के सिर पर अपना मोबाइल फोन लहराया और नकदी के बजाय उसने क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान किया.
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, दिसंबर 2022 से देश में भुगतान प्रणालियों में हर महीने 1,000 करोड़ से अधिक लेनदेन हुए हैं. जनवरी 2017 में 0.45 करोड़ से जनवरी 2023 में 804 करोड़ तक, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) भुगतान में भारी वृद्धि हुई.
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