हिंदू पूजा-पाठ में अगरबत्ती या धूपबत्ती जलाना एक आम प्रथा है. लेकिन आधुनिक ज़माने में एक सवाल बार-बार सामने आता है, क्या पूजा में धूपबत्ती को लाइटर से जलाना ठीक है? इसी जिज्ञासा को लेकर एक शख्स ने प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज, जिन्हें सोशल मीडिया पर प्यार से पूकी बाबा कहा जाता है, उनसे एक सभा में सवाल पूछा.
जैसे ही भक्त ने पूछा कि “क्या धूपबत्ती को लाइटर से जला सकते हैं?”, बाबा ने हंसते हुए जवाब दिया, “तो कैसे जलाओगे? ज्वालामुखी से?” सभा ठहाकों से गूंज उठी. जब भक्त ने कहा, “जैसे सिगरेट जलाते हैं…”, बाबा ने और मज़ेदार अंदाज़ में जवाब दिया, “लाइटर का काम है जलाना. उससे चाहे सिगरेट जला लो, चाहे जंगल जला लो, चाहे चिता जला लो… उसका काम जलाने का ही है.”
जब भक्त ने चिंता जताई कि “अगर वही लाइटर पहले सिगरेट जलाने में इस्तेमाल हुआ हो तो?”, तो बाबा बोले, “आग अपवित्र थोड़ी हो जाती है… आग आग होती है.” यह बातचीत कैमरे में कैद हुई और देखते ही देखते इंटरनेट पर वायरल हो गई. पूकी बाबा अपनी हल्की-फुल्की, ह्यूमर से भरी धार्मिक व्याख्याओं के लिए “इंटरनेट के बाबा” के नाम से भी मशहूर हैं.
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क्या पूजा में लाइटर का इस्तेमाल धार्मिक तौर पर सही है?
हिंदू धर्म में अगरबत्ती का धुआं प्रार्थनाओं को देवताओं तक ले जाने का प्रतीक माना जाता है. धार्मिक शास्त्रों में कहीं भी मैचस्टिक को लाइटर से “ज़्यादा पवित्र” नहीं बताया गया है. लाइटर या माचिस,दोनों से पूजा सामग्री जलाना स्वीकार्य है. मुख्य बात भावना और श्रद्धा है, न कि आग का स्रोत. कुछ लोग परंपरा के लिए माचिस पसंद करते हैं, लेकिन यह कठोर नियम नहीं है.
कैसे जलाएं धूप/अगरबत्ती? (सही विधि)
• अगरबत्ती को हल्के कोण पर पकड़ें
• 5–10 सेकंड तक लौ पर रखें जब तक कि टिप लाल न हो जाए
• लौ बुझने पर धुआं धीरे-धीरे उठेगा
• घर के पूर्व या ईशान कोण में जलाना शुभ माना जाता है
• सीधे फूंक मारकर ना बुझाएं, हाथ से हल्का झटका देकर बुझाएं
• प्राकृतिक (herbal) अगरबत्ती इस्तेमाल करें
• पूजा के समय दाईं हाथ से जलाना शुभ माना गया है
धार्मिक परंपराओं में क्या कहा गया है?
• धूप वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करती है
• पूजा के दौरान पांच तत्व—पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश, एक साथ शामिल होते हैं
• धूप पूरी तरह जलनी चाहिए, बीच में बुझाना शुभ नहीं माना जाता
• विषम संख्या (1, 3, 5, 7) में अगरबत्ती जलाना मंगलकारी माना जाता है.
क्या हिंदू धर्म में लाइटर पर कोई पाबंदी है?
• नहीं, बिल्कुल नहीं
• लाइटर का धार्मिक रूप से कोई विरोध नहीं मिलता
• वास्तु सिर्फ यह कहता है कि पूजा स्थान पर ज्वलनशील वस्तुएं जमा न करें, पर पूजा में लाइटर का उपयोग ठीक है
• कई दक्षिण भारतीय (ब्राह्मण) परंपराओं, फोरम्स और Reddit चर्चाओं में भी यही निष्कर्ष है, “पूजा के लिए समर्पित लाइटर बिल्कुल सही है.”
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