भारत के प्रथम नागरिक यानी राष्ट्रपति को कई तरह की आलीशान सुविधाएं मिलती है. इसके साथ ही उनकी सुरक्षा के भी तगड़े बंदोबस्त किए जाते हैं. लेकिन देश के प्रथम नागरिक होने के नाते राष्ट्रपति (President) को मिलने वाली सुविधाओं में बहुत ही गोपनीयता बरकरार रखी जाती है. यूं तो भारत को 1947 में आज़ादी मिली पर इसके बाद अपना संविधान (Constitution) मिलने में हमें तीन साल और लगे. संविधान मिलने के बाद गवर्नर जनरल की जगह राष्ट्रपति (President) नियुक्त हुए.
डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr. Rajendra Parsad) स्वतन्त्र भारत के पहले प्रथम नागरिक बने. हमारे पहले राष्ट्रपति की सवारी थी एक कनवर्टिबल Cadillac. इस अमरीकी कार (Car) निर्माता ने भारत के राष्ट्रपतियों के लिए और भी कार्स उपलब्ध करायीं. इसे राष्ट्रपति के काफिले में शामिल होने के लिए अमेरिका से आयात किया गया था. हालांकि कार को बेड़े में कब शामिल किया गया था, इस पर कोई डेटा (Deta) मौजूद नहीं है. यह एक दौर था जब घोड़े की बग्गी काफिले का हिस्सा होती थी, इसलिए विशेष अवसरों पर राजकीय कारों (Cars) का उपयोग किया जाता था.
डॉ राजेंद्र प्रसाद (Dr. Rajendra Parsad) के बारे में एक और दिलचस्प किस्सा पंजाब के एक कॉलेज दिए गए गिफ्ट के बारे में है. देश के पहले इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 1956 में किया था. डॉ. प्रसाद जब कॉलेज का उद्घाटन करने आए तो इंजीनियरिंग के छात्रों (Students) के पास कोई गाड़ी नहीं थी और जैसे ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद इसके बारे में पता चला तो उन्होंने अपनी कार कॉलेज को तोहफे के तौर पर दे दी. ताकि इंजीनियरिंग के छात्र अपनी शिक्षा और परियोजनाओं को आसानी से पूरा कर सकें.
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आपको बता दें कि इसके बाद भारत सरकार (Indian Government) ने कई मर्सिडीज-बेंज लिमोसिन को राष्ट्रपति के काफिले में जोड़ा, विशेष रूप से 500SEL जिसने 1990 और 2012 के बीच भारत के पांच राष्ट्रपतियों की सेवा की. हाल ही में, Mercedes-Maybach S600 Pulman Guard को VR7-लेवल प्रोटेक्शन के साथ प्रेसिडेंशियल काफिले में जोड़ा गया, जो कि कई शानदार खूबियों से लैस है. अब तक राष्ट्रपति Mercedes-Maybach S600 Pullman Guard का इस्तेमाल कर रहे थे.