1960 के रिंग रेलवे मैप की तस्वीर इंटरनेट पर हुई वायरल, ट्रैफिक जाम की समस्या पर छिड़ी चर्चा

हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें बेंगलुरु के चारों ओर बनने वाली रिंग रेलवे की योजना दिखाई गई है.

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Bengaluru Ring Rail Map Viral News: बेंगलुरु....जिसे भारत का आईटी हब कहा जाता है, अपनी बढ़ती ट्रैफिक समस्या के लिए भी आए दिन सुर्खियों में बना रहता है. मेट्रो सिटी की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी जाम के कारण अक्सर थम जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस समस्या का समाधान 1960 के दशक में ही सोचा जा चुका था? हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें बेंगलुरु के चारों ओर बनने वाली रिंग रेलवे की योजना दिखाई गई है.

सोशल मीडिया पर छिड़ा ट्रैफिक जाम का मुद्दा

@Bnglrweatherman नाम के यूजर ने इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा, '1960 के दशक में भारतीय रेलवे ने बेंगलुरु के चारों ओर रिंग रेलवे या सर्कुलर रेलवे लाइन की योजना बनाई थी. अगर यह प्रोजेक्ट हकीकत बन जाता, तो आज शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं होती. हमने बड़ा मौका गंवा दिया.' इस ट्वीट के बाद यूजर्स ने अलग-अलग प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी. किसी ने कहा कि, 'यह प्लान अगर साकार हो जाता, तो बेंगलुरु को एक आदर्श ट्रांसपोर्ट मॉडल मिल सकता था.' वहीं, कुछ ने इसे वर्तमान सरकार और योजनाकारों के लिए एक सबक बताया.

यहां देखें पोस्ट

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कैसे बदल सकती थी यह योजना ट्रैफिक की तस्वीर

1964 में डिजाइन की गई इस रिंग रेलवे योजना के तहत बेंगलुरु शहर के चारों ओर एक रेलवे नेटवर्क तैयार किया जाना था, जो शहर के अंदरूनी इलाकों को जोड़ता. यह नेटवर्क भारी संख्या में गाड़ियों को सड़कों से हटा सकता था और सार्वजनिक परिवहन को आसान बना सकता था, लेकिन दुर्भाग्यवश यह योजना केवल कागजों तक ही सीमित रह गई. वायरल हो रहे पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा, 'इसे जमीन पर लागू किया जाना चाहिए था, आज हम अपना लोकल ट्रेन नेटवर्क बनाकर गर्व से मुंबई और चेन्नई से मुकाबला कर सकते थे, लेकिन आज भी हम लंबे ट्रैफिक जाम में फंसे हुए हैं.' 

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