अकेली महिला ने ऑनलाइन शॉपिंग में उड़ा दिए 2.4 करोड़, घर को बना दिया गोदाम

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक महिला की खूब चर्चा हो रही है, जिसने अकेले ही 2.4 करोड़ ऑनलाइन शॉपिंग में उड़ा दिए. यही नहीं उन्होंने एक और घर किराए पर ले लिया है, सिर्फ अपने पैकेज रखने के लिए.

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2.4 Crore Spent on Online Shopping: ऑनलाइन शॉपिंग की लत किस हद तक किसी की ज़िंदगी को बदल सकती है, इसका दिलचस्प और चिंताजनक उदाहरण हाल ही में चीन के शंघाई से सामने आया है. 66 वर्षीय एक महिला, जिन्हें मीडिया ने केवल उनके सरनेम 'वांग' से पहचाना है, ने अब तक ऑनलाइन खरीदारी (online shopping) में करीब दो मिलियन युआन (लगभग ₹2.4 करोड़) खर्च कर दिए हैं.

ऑनलाइन शॉपिंग क्रेज बना चिंता का विषय (chinese woman online shopping obsession)

वांग शंघाई के जियाडिंग जिले में अकेली रहती हैं. उनका पूरा घर अनबॉक्स किए गए पैकेजों से भरा पड़ा है. हालत यह है कि उन्हें चलने और सोने तक की जगह नहीं बची. पड़ोसियों का कहना है कि, उनके घर से बदबू आती है और वहां अक्सर कॉकरोच और मक्खियां मंडराती रहती हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, वांग को शॉपिंग इतनी पसंद है कि उन्होंने एक और घर किराए पर ले लिया है, सिर्फ अपने पैकेज रखने के लिए. उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें चीज़ें खोलने में नहीं, बल्कि खरीदने की उत्तेजना में मज़ा आता है.

शॉपिंग का ऐसा जुनून कि सोने की जगह नहीं बची (viral hoarding video China)

और हैरानी की बात तो यह है कि वांग ने यह भी बताया कि वह जानबूझकर पैसा खर्च करती हैं, ताकि उनके दोस्त और रिश्तेदार उनसे उधार न मांगें. उनके अनुसार, जब लोग मेरे घर में सामान के ढेर देखेंगे, तो उन्हें मुझसे पैसे मांगने में हिचक होगी. वांग ज्यादातर लाइव स्ट्रीमिंग शॉपिंग इवेंट्स में हिस्सा लेकर गोल्ड ज्वेलरी, हेल्थ सप्लिमेंट्स और कॉस्मेटिक्स खरीदती हैं. उनके पास एक अंडरग्राउंड गैराज भी है, जो पूरी तरह खरीदी गई चीज़ों से भरा हुआ है.

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हर पैकेट रह गया अनबॉक्स्ड (Wang shopping addiction news)

हालांकि, पिछले साल मई में स्थानीय कमेटी की मदद से उनके घर की सफाई की गई थी, लेकिन कुछ ही समय में वांग दोबारा उसी आदत में लौट आईं. सोशल मीडिया पर वांग का वीडियो वायरल हो गया है. Douyin और Instagram पर लाखों लोगों ने देखा. कुछ ने सहानुभूति जताई, तो कुछ ने चिंता. विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला सिर्फ खरीदारी का जुनून नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, अकेलापन और सामाजिक कटाव की ओर इशारा करता है. शंघाई के मनोचिकित्सक शी यानफेंग का कहना है कि, ऐसे मरीजों में सामाजिक चिंता और अवसाद आम होते हैं और इसका इलाज लंबी प्रक्रिया है.

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