यूक्रेन (Ukraine) के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा (Dmytro Kuleba) ने शुक्रवार को यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Nuclear Power Plant) में आग लगने के बाद रूसी सैनिकों से हमला बंद करने का आह्वान किया. प्रवक्ता आंद्रेई तुज़ के अनुसार, रूसी हमलों के बाद ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की एक बिजली इकाई में आग लग गई. गौरतलब है, दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन के एक औद्योगिक शहर ज़ापोरिज़्झिया का स्टेशन, देश की अनुमानित 40 प्रतिशत परमाणु ऊर्जा की आपूर्ति करता है.
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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा पूर्व में मास्को समर्थितअलगाववादियों का समर्थन करने के लिए आक्रमण की घोषणा के एक सप्ताह बाद यूक्रेन अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है. रूसी सेना ने यूक्रेन के शहरों पर गोले और मिसाइलों से बमबारी की है. जिसमें चेरनोबिल भी शामिल है, जो दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु आपदा है. जिससे नागरिकों को तहखानों में छिपना के लिए मजबूर किया गया है. रूसी सेना यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र ज़ापोरिज्जिया पर गोलीबारी की जिसके बाद परमाणु ऊर्जा संयंत्र की एक बिजली इकाई में आग लग गई.
हमले के बाद यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने चेतावनी दी कि ज़ापोरिज़्झिया संयंत्र में परिणाम और भी बुरा होगा. कुलेबा ने ट्वीट किया, "अगर यह फट जाता है, तो यह चोरनोबिल से 10 गुना बड़ा होगा! रूसियों को तुरंत आग बंद करना चाहिए. अग्निशामकों को अनुमति देनी चाहिए. एक सुरक्षा क्षेत्र स्थापित करना चाहिए."
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उन्होंने लिखा कि रूसी सेना "हर तरफ से" सुविधा पर गोलीबारी कर रही थी. संयुक्त राष्ट्र की अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने पहले ही रूस से यूक्रेन की परमाणु सुविधाओं पर "सभी कार्यों को बंद करने" का आग्रह किया है, जिसमें 1986 की चेरनोबिल आपदा स्थल भी शामिल है.
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