अरबपति कारोबारी इलॉन मस्क (Elon Musk) ने जब ट्विटर (Twitter) खरीदने के अगले ही दिन जब घोषणा की कि वो अब कोका-कोला ( Coca-Cola) खरीदने जा रहे हैं, तो इससे इंटरनेट पर खलबली मच गई. हालांकि कोका-कोला को खरीदने का उनका बयान मज़ाकिया था, लेकिन इससे बिजनेस की दुनिया को बड़ा झटका लगा. एक्सपर्ट ये कैलकुलेट करने में लग गए कि क्या वाकई मस्क कोका-कोला को खरीद सकते हैं या नहीं. गुरुवार को उन्होंने अपने 87 मिलियन फॉलोअर्स के सामने ट्वीट किया, " अगली बार मैं कोका-कोला खरीदूंगा, उसमें दोबारा से कोकीन मिलाने के लिए."
कोका-कोला दुनिया की सबसे महंगी सॉफ्ट-ड्रिंक कंपनी मानी जाती है. गूगल बताता है कि इसके शेयर का प्राइस ट्विटर से अधिक है. इलॉन मस्क ने ट्विटर के लिए जहां $54.20 प्रति शेयर का भाव लगाया था, वहीं कोका-कोला का भाव $65.56 प्रति शेयर है और इसकी मार्केट वैल्यू $284.20 बिलियन है.
यह तथ्य फाइनेंस अकाउंट फिनविट, Fintwit ने सामने रखा, जिसने मस्क की अनाउंसमेंट का जवाब देते हुए लिखा , " इलॉन, तुम कोका-कोला खरीदने के लिए बहुत गरीब हो."
ब्लूमबर्ग के अनुसार, मस्क दुनिया के सबसे अमीर आदमी हैं और उनकी संपत्ति करीब $289 बिलियन की है. वह दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी के मालिक भी हैं, जो कि उनकी इस घोषणा को दमदार बताता है.
मस्क का यह बयान पुरानी कंपनी कोका कोला के कोकेन के साथ रहे रंगीले इतिहास को भी यह एक मंजूरी भी देता है. कोका कोला अपने दो इंग्रीडिएंट्स के लिए जाना जाता है, एक कोका की पत्तियों के लिए दूसरा कोला नट्स(coca leaves and kola nuts)के लिए. कोला नट्स कैफीन का स्त्रोत है, जबकि कोका की पत्तियां वो बेस हैं, जिसने साइकोएक्टिव ड्रग कोकेन निकाला जाता है.
कोका-कोला ने एक समय पर कोका coca की पत्तियों का कोकेन निकाले बिना प्रयोग किया था. जबकि 19वीं शताब्दी में कोकेन को केवल उपचार का पदार्थ माना जाता था. हालांकि इस ड्रग पर कई लांछन लगे और अमेरिका में इस पर प्रतिबंध लगा. फिर बाद में कोकेन को उनके सीक्रेट फॉर्मूला से हटाया गया, और फिर इसकी जगह कोकेन निकाली गई पत्तियां प्रयोग की जाने लगीं.