कौन था शरीफ उस्मान हादी? जिसकी हत्या से बांग्लादेश में फैली अशांति

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हिंसक आंदोलन का बिगुल बजाने में उस्मान हादी का ही हाथ था. जुलाई विद्रोह की सफलता के बाद हादी और उनके साथियों ने इंकलाब मंच बनाया.

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ढाका के बिजॉयनगर इलाके में दो बदमाशों ने हादी को गोली मारी थी.
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  • इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की सिंगापुर में इलाज के दौरान मौत हो गई.
  • उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश के कई हिस्सों में प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं सामने आईं.
  • 32 वर्षीय उस्मान हादी ढाका यूनिवर्सिटी के छात्र थे. जुलाई प्रोटेस्ट के बाद राजनीतिक रूप से सक्रिय हुए थे.
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ढाका:

‘जुलाई विद्रोह' के एक प्रमुख नेता और इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद से बांग्लादेश के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए हैं. कई जगहों पर तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आई हैं. उस्मान हादी को हाल ही में गोली मारी गई थी. छह दिनों  तक जीवन के लिए संघर्ष करने के बाद गुरुवार रात सिंगापुर के एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई. बांग्लादेश के युवाओं पर उस्मान बिन हादी का काफी प्रभाव था. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हिंसक आंदोलन का बिगुल बजाने में उस्मान हादी का ही हाथ था. आखिर कौन था उस्मान हादी आइए जानते हैं?

कौन थे उस्मान हादी

32 साल के उस्मान बिन हादी ढाका यूनिवर्सिटी में पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के स्टूडेंट थे. हादी का जन्म झलकाठी जिले में हुआ था और उनके पिता एक मदरसा टीचर थे.उनकी पढ़ाई नेसराबाद कामिल मदरसे में हुई थी. उन्होंने कई किताबें भी लिखी.  जुलाई प्रोटेस्ट के बाद वो सुर्खियों में आए थे. उन्होंने बांग्लादेशी आर्मी और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के खिलाफ आवाज उठाई थी. जुलाई विद्रोह की सफलता के बाद हादी और उनके साथियों ने इंकलाब मंच बनाया. वहीं 2026 के बांग्लादेशी आम चुनाव से पहले, हादी ने ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक स्वतंत्र राजनीतिज्ञ के रूप में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी.

उस्मान हादी पर तीन हमलावरों ने हमला किया था और उन्हें गोलीबारी मारी गई थी. ये हमला उस समय किया गया था, जब वह मध्य ढाका के बिजयनगर इलाके में अपना चुनाव प्रचार शुरू कर रहे थे. वह 12 फरवरी को होने वाले आम चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवार थे. हमले मे घायल होने के बाद उन्हें एडवांस मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए सिंगापुर ले जाया गया था. लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. 

ढाका-8 के निर्दलीय उम्मीदवार शरीफ उस्मान हादी को गोली लगने के बाद से बांग्लादेश में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ था. वहीं उनकी मौत की खबर के बाद कई जगहों पर हिंसा हो रही है.

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