अंतरिक्ष से महज आठ दिन में लौटना था, नौ महीने से ज्यादा हो गए. कैसा लगता होगा भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स (NASA Astronaut Sunita Williams) और बुच विल्मोर (Butch Wilmore)को? वो क्या सोच रहे होंगे? कैसा महसूस कर रहे हैं? और क्या उन्हें विश्वास है कि वो धरती पर वापसी कर पाएंगे? इन सभी सवालों के जवाब खुद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से दिए. सुनीता विलियम्स ने तो ये तक बता दिया कि उनके लिए इन नौ महीनों से सबसे मुश्किल क्या रहा.
सबसे बड़ी चुनौती
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने बताया कि उनके लिए अंतरिक्ष में सबसे बड़ी चुनौती या मुश्किल गुरुत्वाकर्षण की कमी (Lack Of Gravity) या सीमित क्वार्टर (Confined Quarters) नहीं था, बल्कि उनकी वापसी की समय-सीमा को लेकर अनिश्चितता है.उनका परिवार लंबे समय से पृथ्वी पर उनके घर वापस आने का इंतज़ार कर रहे हैं.
बृहस्पतिवार को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से प्रेस को संबोधित करते हुए विलियम्स ने कहा, "सबसे मुश्किल हिस्सा यह है कि ज़मीन पर मौजूद लोगों को ठीक से पता नहीं है कि हम कब वापस आ रहे हैं. यह उनके लिए एक रोलरकोस्टर की तरह रहा है - शायद हमारे लिए इससे भी ज़्यादा." आपको बता दें कि रोलरकोस्टर एक तरह का झूला होता है, जो ऊपर-नीचे-गोल-टेढ़े-मेढ़े घूमता है.
सुनीता विलियम्स का सफर
नासा के लंबे समय के अंतरिक्ष यात्री विल्मोर और विलियम्स 5 जून, 2024 को आठ दिनों के प्रवास के लिए बोइंग स्टारलाइनर पर सवार होकर ISS के लिए रवाना हुए. उनके अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष में जाने के दौरान कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा. इसके चलते नासा ने स्टारलाइनर को अंतरिक्ष यात्रियों को वापस घर ले जाने के लिए बहुत जोखिम भरा घोषित कर दिया. सितंबर में अंतरिक्ष यान अपने चालक दल के बिना पृथ्वी पर लौट आया, जिससे दोनों अंतरिक्ष यात्री वहीं रह गए.
अब, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को 19 या 20 मार्च को धरती पर वापस लाने की योजना बना रही है, लेकिन वे अब अरबपति एलन मस्क के स्पेसएक्स की मदद से क्रू-9 वापसी उड़ान पर सवार होकर अपनी वापसी करेंगे.
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के दावे
दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने पर भी विवाद पैदा हो गया है. एलन मस्क ने दावा किया है कि अंतरिक्ष यात्रियों को राजनीतिक कारणों से अंतरिक्ष में छोड़ दिया गया और वापसी की कोशिश नहीं की गई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी मस्क के दावे का समर्थन करते हुए दोहराया है कि बाइडेन प्रशासन जानबूझकर अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी में देरी कर रहा था.
विलियम्स और विल्मोर का जवाब
हालांकि, विलियम्स और विल्मोर दोनों ने ही इस राजनीतिक बयानबाजी को शालीनता से दरकिनार कर दिया. इस मामले पर टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर, विलियम्स ने बृहस्पतिवार को कहा, "हम जानते हैं कि हमने यहां क्या जिया है." उन्होंने कहा, "हमें घर वापस लाने की कोशिश करने वाले हर व्यक्ति का हम बहुत सम्मान करते हैं." इस बीच, विल्मोर ने कहा कि उन्हें और विलियम्स को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि बाइडेन प्रशासन हमें वापस लाने के लिए क्या कर रहा है और इसलिए उन्हें मस्क के दावे पर विश्वास है. विल्मोर ने कहा, "यह ऐसी जानकारी है, जो हमारे पास नहीं है, इसलिए मैं उन पर विश्वास करता हूं."