VIDEO: रूस ने स्‍पेस रॉकेट से अमेरिका, जापान के झंडे हटाए, भारतीय तिरंगे को रखा बरकरार

रूस के हमले के विरोध में NATO के सदस्‍य देश फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन तथा अमेरिका के करीबी जापान जैसे देश ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है .

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
नई दिल्‍ली:

रूस सरकार की अंतरिक्ष एजेंसी ने स्‍पेसपार्ट बैकोनुर (Baikonur)में बड़े रॉकेट पर पेंट किए गए अमेरिका, ब्रिटेन और जापान सहित कई देशों के झंडे हटा दिए हैं जबकि भारत के झंडे को बरकरार रखा गया है. अंतरिक्ष एजेंसी Roscosmos का यह प्रतीकात्‍मक कदम इन देशों के साथ संबंधों को दर्शाता है. रूस की ओर से NATO (नार्थ अटलांटिक ट्रीटी आर्गेनाइजेशन) में शामिल होने की यूक्रेन की कोशिश के विरोध में किए गए हमले के करीब एक हफ्ते बादयह कदम उठाया गया है.

गौरतलब है कि राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर की ओर से यूक्रेन के हमले के ऐलान के बाद रूसी सेना ने कीव सहित यूक्रेन के प्रमुख शहरों पर ताबड़तोड़ हमले किए गए. रूस के हमले के विरोध में NATO के सदस्‍य देश फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन तथा अमेरिका के करीबी जापान जैसे देश ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है . Roscosmos के महानिदेशक दमित्री ओलेगोविच रोगिजिन (Dmitry Olegovich Rogozin)ने ट्वीट किया ,'Baikonur का लांच करने वालों ने फैसला किया कि कुछ देशों के ध्‍वजों के बगैर ही हमारा रॉकेट अधिक खूबसूरत लगेगा.'

Advertisement

ट्वीट में एक वीडियो है जिसमें स्‍पेसपोर्ट पर रूसी कर्मचारियों को दूसरे देशों के झंडे को मिटाते हुए देखा जा सकता है. हालांकि भारत के झंडे को बरकरार रखा गया है. बता दें कि भारत ने बुधवार को यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमले की निंदा करने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के प्रस्ताव पर वोटिंग में भाग नहीं लिया था.मॉस्को और कीव के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर एक सप्ताह से भी कम समय में संयुक्त राष्ट्र में लाए गए तीसरे प्रस्ताव में भारत ने भाग नहीं लिया.

Advertisement

प्रस्ताव पर मतदान के बाद अपने बयान में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत यूक्रेन में तेजी से बिगड़ते हालात और मानवीय संकट को लेकर बेहद चिंतित है.वहीं, 193 सदस्यीय महासभा ने बुधवार को यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि करने के लिए मतदान किया और यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता की ''कड़े शब्दों में निंदा'' की। प्रस्ताव के पक्ष में 141 वोट पड़े जबकि 35 सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया थे और पांच सदस्यों ने प्रस्ताव के खिलाफ वोट दिया. प्रस्ताव पारित होने पर महासभा में तालियां बजाई गईं.प्रस्ताव के महासभा में पारित होने के लिए दो तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है.प्रस्ताव में परमाणु बलों को मुस्तैद करने के रूस के फैसले की भी निंदा की गई। साथ ही यूक्रेन के खिलाफ बल के इस ''गैरकानूनी उपयोग'' में बेलारूस की भागीदारी की भी निंदा की गई. प्रस्ताव में राजनीतिक वार्ता, मध्यस्थता और अन्य शांतिपूर्ण तरीकों से रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के तत्काल शांतिपूर्ण समाधान का आग्रह किया गया है.

Advertisement

- ये भी पढ़ें -

* अशनीर ग्रोवर अब कर्मचारी, निदेशक, संस्थापक नहीं, उनका परिवार गड़बड़ियों में था शामिल, BharatPe का आरोप
* 31 फ्लाइट्स 8 मार्च तक 6300 से अधिक भारतीयों को यूक्रेन से लाएंगी भारत : रिपोर्ट
* शार्प शूटरों और दिल्ली पुलिस के बीच जबर्दस्त मुठभेड़, गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा बाहरी उत्तरी जिला

Advertisement

VIDEO: यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच अर्थव्यवस्था पर असर, लोगों को जरूरी सामान की हो रही किल्लत

Featured Video Of The Day
Right To Education Act में सरकार ने किया बड़ा बदलाव, 5वीं-8वीं की परीक्षा में फेल होंगे छात्र!
Topics mentioned in this article