- कैरेबियन सागर में अमेरिका ने वेनेज़ुएला के तट के पास आठ युद्धपोत और एक परमाणु पनडुब्बी तैनात की हैं
- राष्ट्रपति मादुरो ने नागरिकों के लिए सैन्य प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर देश की रक्षा के लिए तैयार रहने को कहा
- काराकास के पेटारे इलाके में हजारों नागरिकों को हथियार चलाने और प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया गया
कैरेबियन सागर में अमेरिका और वेनेजुएला के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं. अमेरिकी युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों की तैनाती को लेकर वेनेज़ुएला ने इसे “अघोषित युद्ध” करार दिया है. राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने शनिवार को नागरिकों के लिए सैन्य प्रशिक्षण शिविर आयोजित कराते हुए लोगों से कहा कि वे देश की रक्षा के लिए तैयार रहें. इसी बीच, मादुरो का आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट अचानक बंद हो गया, जिससे विवाद और गहरा गया है.
सैन्य प्रशिक्षण और सड़कों पर जुटी भीड़
राजधानी काराकास के पेटारे इलाके में मुख्य सड़क को बंद कर हजारों नागरिकों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई. सैनिकों ने छोटे-छोटे समूहों में नागरिकों को हथियार चलाने, मास्क पहनने, प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया. मादुरो ने ग्रामीण इलाकों में भी जनसभाएं कीं और जनता से अपील की कि अगर अमेरिका हमला करता है तो “लाखों लोग हथियार उठाने के लिए तैयार रहें.”
सैन क्रिस्टोबल और बारिनास सहित अन्य शहरों में भी इसी तरह के प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए. हालांकि, रिपोर्ट्स के अनुसार इन कार्यक्रमों में भीड़ अपेक्षा से कम रही. काराकास में केवल 25 बख्तरबंद वाहनों की परेड निकाली गई.
अमेरिकी तैनाती और ट्रंप की धमकी
लगभग एक महीने पहले अमेरिका ने वेनेज़ुएला के तट के पास अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में आठ युद्धपोत और एक परमाणु पनडुब्बी तैनात की थी. इसके साथ ही 2,000 मरीन सैनिक और एफ-35 लड़ाकू विमान प्यूर्टो रिको में भेजे गए. अमेरिका का दावा है कि यह “एंटी-ड्रग ऑपरेशन” है. व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी बेड़े ने अब तक तीन स्पीडबोट नष्ट किए हैं जिनमें दर्जनभर कथित ड्रग तस्कर मारे गए.
डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर वेनेज़ुएला ने अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों को वापस लेने से इनकार किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. इसी हफ्ते एक अमेरिकी विमान 185 वेनेज़ुएलाई नागरिकों को लेकर काराकास पहुंचा. जनवरी से अब तक कुल 13,000 प्रवासियों को अमेरिका से वापस भेजा जा चुका है.
- वेनेज़ुएला के रक्षा मंत्री ने अमेरिका पर “अघोषित युद्ध” छेड़ने का आरोप लगाया.
- कैरेबियन सागर में अमेरिका ने आठ युद्धपोत, एक परमाणु पनडुब्बी और एफ-35 फाइटर जेट तैनात किए.
- राष्ट्रपति मादुरो ने नागरिकों के लिए सैन्य प्रशिक्षण शिविर शुरू किए.
- काराकास के पेटारे इलाके में हजारों नागरिकों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई.
- मादुरो ने जनता से कहा कि अगर अमेरिका हमला करे तो लाखों लोग हथियार उठाने के लिए तैयार रहें.
- अमेरिकी बेड़े ने अब तक तीन स्पीडबोट नष्ट किए, दर्जनभर कथित ड्रग तस्कर मारे गए.
तेल और संसाधनों की लड़ाई का आरोप
वेनेज़ुएला का आरोप है कि अमेरिका उसके तेल, सोना और हीरे पर कब्ज़ा करना चाहता है. प्रशिक्षण शिविर में शामिल 16 वर्षीय जॉन नोरेगा ने कहा, “यह सब हमारे तेल और सोने के लिए है. हम अपने हक के लिए लड़ेंगे.” रक्षा मंत्री व्लादिमिर पाद्रिनो लोपेज़ ने कहा, “आज हम एक सच्ची सैन्य क्रांति लिख रहे हैं. जनता और सेना मिलकर देश की रक्षा करेंगे.”
मादुरो पर अंतरराष्ट्रीय दबाव
अमेरिका लंबे समय से मादुरो को ड्रग तस्करी का आरोपी बताता रहा है. 2020 में न्यूयॉर्क की एक अदालत में उन पर अमेरिका में कोकीन भेजने की साजिश का केस दर्ज किया गया था. हाल ही में उनकी गिरफ्तारी पर इनाम बढ़ाकर 50 मिलियन डॉलर कर दिया गया. अमेरिका और विपक्ष का आरोप है कि मादुरो ने 2024 का चुनाव धांधली से जीता, जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अधिकांश देशों ने उसे अवैध करार दिया.
यूट्यूब अकाउंट हुआ बंद
इसी बीच, मादुरो का आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट अचानक ऑफलाइन हो गया. यह अकाउंट उनके भाषणों और साप्ताहिक कार्यक्रमों का मुख्य माध्यम था, जिसके 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स थे. वेनेज़ुएला की राज्य संचालित चैनल टेलीसुर ने आरोप लगाया कि अकाउंट को “बिना कारण” हटाया गया है. गूगल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
ये भी पढ़ें-: क्या है बगराम एयरबेस, ट्रंप क्यों लेने पर अड़ गए हैं... सामरिक लिहाज से अहमियत