- अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल के आयरन डोम की तर्ज पर गोल्डन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम बनाने की योजना बनाई है.
- गोल्डन डोम में चार लेयर का डिफेंस सिस्टम होगा जिसमें एक सैटेलाइट आधारित और तीन जमीन पर सक्रिय रहेंगी.
- इस एयर डिफेंस सिस्टम की अनुमानित लागत 175 बिलियन डॉलर है. लागत और डिजाइन को लेकर अनिश्चितताएं बनी हुई हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल की 'आयरन डोम' मिसाइल डिफेंस के ही तर्ज पर 'गोल्डन डोम' बनाने की कसम खाई है. उन्होंने कहा कि "भविष्य की सबसे शक्तिशाली सेना" की नींव रखने जा रहे हैं. अब इस दिशा में काम भी शुरू हो गया है और यह कैसा होगा, कैसे काम करेगा, इनकी जानकारी भी अंदरखाने से आने लगी है. अमेरिकी सरकार ने अपने गोल्डन डोम को लेकर एक स्लाइड प्रेजेंटेशन पेश किया है और न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इसकी जानकारी सामने लाई है. चलिए आको भी बताते हैं.
4 लेयर का डिफेंस सिस्टम
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी सरकार ने बताया है कि गोल्डन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम में चार लेयर शामिल होंगी. इसमें से एक लेयर सैटेलाइट आधारित होंगी और तीन जमीन पर. जो तीन लेयर जमीन से एक्टिव होंगे वे महाद्वीपीय यू.एस., अलास्का और हवाई में स्थित 11 छोटी दूरी की बैटरियों (मिसाइल) के साथ लैस होंगे.
कितना खर्च आएगा?
इस एयर डिफेंस सिस्टम की अनुमानित लागत $175 बिलियन है. लेकिन स्लाइड से पता चलता है कि प्रोजेक्ट की बुनियादी आर्टिटेक को लेकर अभी भी अनिश्चितताएं हैं. क्योंकि सिस्टम के लिए आवश्यक लॉन्चर, इंटरसेप्टर, ग्राउंड स्टेशन और मिसाइल साइटों की संख्या अभी तक निर्धारित नहीं की गई है.
इस रिपोर्ट के अनुसार एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, "उनके पास बहुत सारा पैसा है, लेकिन उनके पास अभी तक इसका कोई लक्ष्य नहीं है कि इसकी लागत क्या होगी." जुलाई में पारित ट्रंप के कर-और-व्यय विधेयक के अनुसार अब तक कांग्रेस ने गोल्डन डोम के लिए $25 बिलियन निकाले हैं. उनके 2026 के राष्ट्रपति के बजट अनुरोध में गोल्डन डोम के लिए अन्य $45.3 बिलियन निर्धारित किए गए हैं.
खास बात थी कि इन स्लाइड्स में एलन मस्क की स्पेस कंपनी SpaceX का कहीं उल्लेख नहीं था. इस कंपनी ने सॉफ्टवेयर बनाने वाली पलान्टिर और डिफेंस सिस्टम बनाने वाली एंडुरिल के साथ गोल्डन डोम के लिए बोली लगाई थी.
यह भी पढ़ें: 'गोल्डन डोम' क्यों चाह रहे ट्रंप? इजरायल जैसा मिसाइल डिफेंस क्यों आसान नहीं, समझिए