खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या साजिश मामला, भारत की जांच की कोशिश पर क्या है US का रुख?

भारत ने गुरुवार को अमेरिका द्वारा एक भारतीय अधिकारी को सिख चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Khalistani Terrorist Gurupvant Singh Pannu) की हत्या की साजिश रचने के आरोपी व्यक्ति से जोड़ने को 'चिंता का विषय' बताया.

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नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने अपनी भारत यात्रा के दौरान नई दिल्ली को अमेरिकी धरती पर एक सिख आतंकी की हत्या की नाकाम साजिश (Khalistani Terrorist Gurupvant Pannu) का मुद्दा उठाया. उन्होंने इस मामले में कथित भारतीय लिंक की जांच के लिए भारत द्वारा की जा रही जांच में जिम्मेदार पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को जवाबदेह ठहराने के महत्व से अवगत कराया.

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US ने भारत की जांच की कोशिश को किया स्वीकार

जॉन फाइनर की भारत की हाई-प्रोफाइल यात्रा समाप्त होते ही, व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि फाइनर ने "घातक साजिश" की जांच के लिए भारत की जांच की कोशिश को स्वीकार किया और इस मामले में जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने की जरूरत को रेखांकित किया. दिल्ली में अमेरिकी शीर्ष NSA की बैठकों का जिक्र करते हुए एक रीडआउट में कहा गया, "फाइनर ने अमेरिका में घातक साजिश की जांच के लिए भारत द्वारा एक जांच समिति की स्थापना और जिम्मेदार पाए गए किसी भी व्यक्ति को जवाबदेह ठहराने के महत्व को स्वीकार किया."

रीडआउट में यह नहीं बताया गया कि प्रमुख शीर्ष एनएसए ने किन भारतीय अधिकारियों के साथ  हुई बैठकों के दौरान यह मुद्दा उठाया. व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया कि फाइनर ने अपने भारतीय वार्ताकारों के साथ संघर्ष के बाद गाजा की योजनाओं और "दो-राज्य समाधान की दिशा में मार्ग" पर भी चर्चा की. व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा से मुलाकात की और उप एनएसए विक्रम मिस्री के साथ भी कई मुद्दों पर व्यापक बातचीत की.

 हत्या की नाकाम कोशिश में भारत का नाम चिंता का विषय

जॉन फाइनर ने विक्रम मिस्री के साथ क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) पर यूएस-इंडिया इनिशिएटिव की अंतर-सत्रीय समीक्षा के लिए एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया,  दोनों पक्षों ने सोमवार को समीक्षा की. बता दें कि जॉन फाइनर की भारत यात्रा ऐसे समय में हु जब अमेरिका की धरती पर खालिस्तानी आतंकी गुरुपवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम कोशिश में भारत का नाम सामने आ रहा है.

भारत ने गुरुवार को अमेरिका द्वारा एक भारतीय अधिकारी को सिख चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोपी व्यक्ति से जोड़ने को 'चिंता का विषय' बताया. इसके साथ ही कहा कि आरोपों की जांच करने वाले जांच पैनल के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि अमेरिका के आरोपों की जांच के लिए भारत पहले ही एक जांच टीम गठित कर चुका है.

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निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश का आरोप

पिछले हफ्ते, अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने बुधवार को 52 साल के निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया. अभियोजकों ने मैनहट्टन अदालत को सूचित किया कि चेक गणराज्य के अधिकारियों ने गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है और वह हिरासत में है.

यूएस रीडआउट में कहा गया है कि आईसीईटी की समीक्षा के अलावा, फाइनर ने मिस्री, मंत्री जयशंकर, एनएसए डोभाल और विदेश सचिव क्वात्रा के साथ गहन चर्चा के लिए द्विपक्षीय और क्षेत्रीय परामर्श भी किया, जिसका उद्देश्य पूरे भारत-प्रशांत में "समन्वय और नीति संरेखण" को मजबूत करना है. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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