एक तरफ जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को रोकने के लिए लगातार बातचीत कर रहे हैं. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि जिस समझौते में हमें शामिल नहीं किया गया, उसे नहीं मानेंगे. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से टेलीफोन पर बात की थी. इसके बाद उन्होंने कहा था कि वो और पुतिन यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए बातचीत करेंगे.
ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में पुतिन से हुई बातचीत का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि दोनों ने यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए बहुत निकटता से काम करने की प्रतिबद्धता जताई है. उन्होंने कहा कि वो पुतिन से एक दूसरे देश में मुलाकात करेंगे. यह बातचीत सउदी अरब में हो सकती है.
ट्रंप के लिए युद्ध रोकना क्यों जरूरी है?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप ने घोषणा की थी कि वो राष्ट्रपति बनने के 24 घंटे के अंदर युद्ध रोक देंगे. ट्रंप अब अपने इस वादे को पूरा करने के लिए दोनों देशों के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं. ट्रंप युद्ध को रोककर वैश्विक स्तर पर अमेरिका की धमक को मजबूत करना चाहते हैं.
रूस और यूक्रेन युद्ध के प्रमुख कारण क्या हैं?
- रूस और यूक्रेन के बीच कई मुद्दों पर असहमति के बाद युद्ध के हालत बने.
- रूस की प्रमुख मांग है कि यूक्रेन नाटो में शामिल न हो. बताते चलें कि नाटो एक सैन्य गठबंधन है जो उत्तरी अटलांटिक क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए काम करता है.
- रूस और पश्चिम देशों के टकराव का शिकार बना यूक्रेन: यूक्रेन के सोवियत संघ से अलग होने के बाद से, रूस और पश्चिम दोनों इस क्षेत्र में सत्ता संतुलन को अपने पक्ष में रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यूक्रेन की भौगोलिक उपस्थिति के कारण पश्चिमी देशों के लिए वो महत्वपूर्ण है.