ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (UK PM Boris Johnson) ने अपनी भारत यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद दिया और कहा, " मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों का भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद देता हूं. मुझे सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bacchan) जैसा महसूस हुआ जब मैंने चारों तरफ अपने होर्डिंग्स देखे. भारत और ब्रिटेन दोनों ही देशों के प्रधानमंत्रियों ने मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement) जल्द से जल्द पूरा करने पर जोर दिया. बोरिस जॉनसन ने कहा कि इसे दीवाली तक पूरा होना चाहिए. वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत-ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता हो जाना चाहिए.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री गुरुवार को गुजरात पहुंचे थे. भारतीय प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात को भारत में रक्षा निर्माण बढ़ाने से जोड़कर देखा जा रहा है. साथ ही भारत और ब्रिटेन ने नवीकरणीय ऊर्जा पर भी बात की.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "जबकि भारत आजादी के 75वें साल पर "आजादी का अमृत महोत्सव" मना रहा है, ऐसे में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा ऐतिहासिक है. दोनों नेताओं ने मुक्त व्यापार समझौते, ग्लासगो क्लाइमेट कमिटमेंट और "मुक्त और खुले" हिंद-प्रशांत की जरूरत पर जोर दिया.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दिल्ली में बताया कि यूके भारत पर केंद्रित जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस बना रहा है ताकि ब्यूरोक्रेसी को कम किया जा कसते और रक्षा खरीद में डिलीवरी का समय घटाया जा सके.
बोरिस जॉनसन ने कहा कि भारत के साथ ब्रिटेन की साझेदारी तूफान में ठौर की तरह है. ब्रिटिश हाई कमीशन की एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया कि ब्रिटेन भारत के साथ मिलकर हिंद-प्रशांत में सुरक्षा को बढ़ावा देगा, जिसमें नई फाइटर जेट तकनीक, हेलीकॉप्टर और समुद्र के नीचे के युद्धक्षेत्र में सहयोग भी शामिल होगा.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत और ब्रिटेन एक वर्चुअल हाइड्रोजन साइंस एंड इनोवेशन हब भी बनाएंगे जिसमें अफोर्डेबल ग्रीन हाइड्रोजन को बढ़ावा दिया जाएगा. साथ ही COP26 में घोषित किए गए ग्रीन ग्रिड्स के लिए नई फंडिंग दी जाएगा. इसके अलावा, भारत में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए भी मिल कर काम करने पर सहमति बनी.
ब्रिटिश हाइकमीशन की विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री जॉनसन ने बताया कि भारत ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता हो जाने से 2035 तक ब्रिटेन का कुल व्यापार 28 बिलियन पाउंड का हो जाएगा और यूक्रे में आय़ 3 बिलियन पाउंड तक बढ़ेगी.