पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने शुक्रवार को दावा किया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) नेतृत्व ने स्वात जिले से आतंकवादियों को वापस बुलाने की उसकी अपील का स्वागत किया है. खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) के मुख्यमंत्री के विशेष सूचना सहायक बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ ने दो दिन पहले स्वात जिले में पत्रकारों से बातचीत के दौरान टीटीपी नेतृत्व से आतंकियों को वापस बुलाने की अपील की थी.
सैफ ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘ टीटीपी नेताओं ने स्वात जिले से टीटीपी लड़ाकों को वापस बुलाने की मेरी निजी अपील का स्वागत किया है.'' उन्होंने दावा किया कि टीटीपी की मीडिया इकाई ने इस बाबत एक बयान जारी किया है. सूबे की सरकार ने बृहस्पतिवार को उन खबरों का खंडन किया था, जिसमें कहा गया था कि टीटीपी के साथ वह समझौते तक पहुंच गई है.
सैफ ने कहा था कि केपीके सरकार ने हाल में टीटीपी के स्थानीय कमांडरों के साथ सूबे में आतंकवाद को खत्म करने के लिए बैठक की थी. उन्होंने कहा कि इस बातचीत से सोशल मीडिया पर ऐसा संदेश गया कि सरकार चरमपंथी समूह के साथ मलकंद मंडल के कुछ हिस्से और पूर्व फाटा (संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्र) को तालिबान को सौंपने को तैयार हो गई है.
सैफ ने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया पर आ रही सूचना गलत है और आतंकवादी संगठन के साथ कोई समझ नहीं बनी है, जो पूरे पाकिस्तान में शरिया कानून लागू करने की मांग कर रहा है.
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