अमेरिकी सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई) के पूर्व प्रमुख एलन मस्क ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गंभीर आरोप लगाया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट करते हुए एलन मस्क ने दावा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम एपस्टीन फाइलों में है, इसीलिए उन्हें जारी नहीं किया जा रहा है. मस्क ने लिखा "अब समय आ गया है कि बहुत बड़ा बम गिराया जाए: डोनाल्ड ट्रम्प एपस्टीन फाइलों में हैं. यही असली कारण है कि उन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है. आपका दिन शुभ हो, डीजेटी!" उन्होंने आगे कहा, "इस पोस्ट को भविष्य के लिए मार्क कर लें. सच्चाई सामने आ जाएगी."
क्या है एपस्टीन मामला
- ये सारा मामला अरबपति जेफरी एपस्टीन से जुड़ा हुआ है. जिनपर साल 2019 में यौन तस्करी के आरोप लगे थे.
- जेफरी एपस्टीन के शोषण और तस्करी नेटवर्क को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली वर्जीनिया गिफ्रे ने इसी साल आत्महत्या कर ली थी.
- फ्लोरिडा में जन्मीं और पली-बढ़ीं गिफ्रे की मुलाकात एप्सटीन की करीबी सहयोगी घिसलीन मैक्सवेल से हुई थी.
- 1999 से 2002 के बीच, यह आरोप लगाया गया था कि एप्स्टीन ने गिफ्रे को कई बड़े लोगों के पास गलत कामों के लिए भेजा था.
- उसने जिन लोगों के नाम लिए, उनमें ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू और फ्रांस के मॉडलिंग एजेंट जीन-ल्यूक ब्रनेल शामिल थे.
- दूसरी एप्सटीन, जिन पर यौन तस्करी के कई आरोप थे, 2019 में जेल में मृत पाए गए. उनकी मृत्यु को आधिकारिक तौर पर आत्महत्या करार दिया गया था.
- आरोप था कि एपस्टीन ने 2002 और 2005 के बीच मैनहट्टन और फ्लोरिडा में अपने घर में दर्जनों किशोरियों का यौन शोषण किया था.
- इसी साल एपस्टीन फाइलों का एक हिस्सा जारी किया गया था.
- फाइलों में फाइनेंसर और बाल यौन अपराधी के फ्लाइट लॉग, उसके हाई-प्रोफाइल सहयोगियों का विवरण था.
- अरबपति एपस्टीन एक समय में ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दोस्त माने जाने थे.
- हालांकि, दस्तावेज़ों में राष्ट्रपति ट्रम्प का कोई उल्लेख नहीं था. लेकिन ट्रंप के एपस्टीन के साथ कथित संबंध कई सालों से जांच के दायरे में हैं.
ट्रंप और एलन मस्क में छिड़ी जुबानी जंग
बता दें कि एलन मस्क ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में अपनी भूमिका से हटने की घोषणा की थी. जिससे सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई) के साथ विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में उनका कार्यकाल खत्म हो गया. ऐसा माना जा रहा है कि दोनों के बीच टैक्स बिल को लेकर तनाव चल रहा है. जिसके कारण मस्क ने इस पद से इस्तीफा दिया था. वहीं पद छोड़ने के बाद से ही ट्रंप और एलन मास्क के बीच में जुबानी जंग छिड़ी हुई है.
ट्रंप ने एक बयान देते हुए कहा था कि वह मस्क से काफी निराश हैं. उनका रवैया दिल दुखाने वाला है. मस्क ने ट्रंप के इस बयान का जवाब देते हुए कहा था कि अगर वह नहीं होते तो ट्रंप साल 2024 का राष्ट्रपति चुनाव नहीं जीत पाते.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में, मस्क ने इस बिल की निंदा करते हुए इस बिल को आपत्तिजनक और "अनावश्यक खर्च से भरा" बिल करार दिया था. उन्होंने इसका समर्थन करने वाले सांसदों की आलोचना करते हुए कहा था, “जिन लोगों ने इसके लिए वोट दिया, उन्हें शर्म आनी चाहिए: आप जानते हैं कि आपने गलत किया.”
मस्क का विरोध सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित नहीं था. सीबीएस न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में, उन्होंने अपनी असहमति को विस्तार से बताते हुए चेतावनी दी कि यह कानून "पहले से ही विशाल बजट घाटे को 2.5 ट्रिलियन तक बढ़ा देगा." उन्होंने कांग्रेस पर "अमेरिका को दिवालिया बनाने" का भी आरोप लगाया था.