ट्रंप प्रशासन ने विदेशी छात्रों के वीजा रिकॉर्ड किए बहाल, क्या कोर्ट के दबाव में लिया गया यह फैसला

न्याय विभाग ने अदालत और छात्रों के वकीलों को सूचित किया कि वह अपनी पूर्व नीति से पीछे हट रहा है. CNN के अनुसार, यह निर्णय उस समय लिया गया जब न्यायाधीश प्रशासन की कार्रवाइयों की गहन समीक्षा के लिए ICE अधिकारियों को तलब करने वाले थे.

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ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में पढ़ रहे हजारों विदेशी छात्रों के SEVIS रिकॉर्ड (छात्र वीजा पंजीकरण) को बहाल करने का फैसला लिया है. पोलिटिको की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैसला उन छात्रों पर लागू होगा जिन्होंने केवल मामूली और अक्सर नजरअंदाज किए जाने वाले कानूनी उल्लंघन किए थे.

यह महत्वपूर्ण कदम संघीय अदालत में कई हफ्तों की जांच और न्यायाधीशों के प्रतिबंधात्मक आदेशों के बाद आया है. न्याय विभाग ने अदालत और छात्रों के वकीलों को सूचित किया कि वह अपनी पूर्व नीति से पीछे हट रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, यह निर्णय उस समय लिया गया जब न्यायाधीश प्रशासन की कार्रवाइयों की गहन समीक्षा के लिए ICE अधिकारियों को तलब करने वाले थे.

न्याय विभाग के बयान के मुताबिक, उन छात्रों के SEVIS रिकॉर्ड बहाल किए जा रहे हैं जिन्होंने प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ मुकदमा दायर किया था. बयान में यह भी कहा गया कि "ICE अब एक नई नीति पर काम कर रहा है जो SEVIS रिकॉर्ड समाप्ति के लिए एक स्पष्ट रूपरेखा प्रदान करेगी."  

मामलों की समीक्षा में यह सामने आया कि ICE उन छात्रों का रिकॉर्ड समाप्त कर रहा था जिनका कथित आपराधिक इतिहास था, लेकिन इनमें वे छात्र भी शामिल थे जिन पर कभी कोई आरोप नहीं लगा या जिनके विरुद्ध आरोप बाद में खारिज कर दिए गए.

इस साल की शुरुआत में, तत्कालीन विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने फिलिस्तीन समर्थक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में दर्जनों विदेशी छात्रों के वीज़ा रद्द कर दिए थे. इसके बाद, एक और बड़ी कार्रवाई में उन छात्रों को भी निशाना बनाया गया जिनका कानूनी उल्लंघन मामूली था और जिनके प्रोफाइल SEVIS डेटाबेस से हटा दिए गए थे.

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