- इजरायल में हजारों लोगों ने PM नेतन्याहू से गाजा युद्ध समाप्त करने और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की मांग की.
- इजरायल में रविवार को देश भर में तीन सौ से अधिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन और हड़तालें आयोजित की गईं.
- तेल अवीव में माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और फाइवर जैसी कंपनियों ने प्रदर्शन के समर्थन में अपने कार्यालय बंद रखे.
इजरायल में गाजा से युद्ध बंद करने की मांग तेज होती जा रही है. रविवार को हजारों इजरायलियों ने प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से गाजा युद्ध को समाप्त करने और शेष बंधकों को रिहा करने के लिए हमास के साथ समझौता करने की मांग की. इजरायल में रविवार का दिन हड़तालों और राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शनों के नाम रहा, जहां पर फिलिस्तीनी क्षेत्र में एक नया अभियान शुरू करने की सरकारी योजनाओं को लेकर जनाक्रोश लगातार बढ़ रहा है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सरकार के इस अभियान के आलोचकों को डर है कि गाजा शहर और मध्य गाजा पर कब्जा करने के उद्देश्य से किया गया यह अभियान वहां अभी भी बंधक बनाए गए 49 बंधकों के लिए खतरा बन सकता है.
300 से ज्यादा जगहों पर रैलियों का दावा
प्रदर्शनों का आयोजन करने वाले बंधक और लापता परिवार फोरम ने कहा कि देश भर में 300 से ज्यादा जगहों पर हुई रैलियों में लाखों लोगों ने हिस्सा लिया.
तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन के समर्थन में माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और फाइवर की स्थानीय शाखाओं सहित कई कंपनियों ने अपने ऑफिस बंद रखे.
प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों को किया जाम
प्रदर्शनकारियों ने यरुशलम जाने वाली मुख्य सड़क समेत कई राजमार्गों को जाम कर दिया, टायरों में आग लगा दी और परिवहन व्यवस्था को भी बाधित किया गया.
प्रदर्शनकारी बंधक संघर्ष के प्रतीक पीले बैनरों के साथ इजरायली झंडे लिए हुए थे, नारे लगा रहे थे और ढोल बजा रहे थे.
एक तख्ती पर लिखा था, "गाजा पर विजय = बंधकों के लिए मौत की सजा."
प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए, "हम बंधकों के शवों पर युद्ध नहीं जीत सकते."
पुलिस ने कुछ लोगों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल करने और कम से कम 38 लोगों को गिरफ्तार करने की सूचना है.
दक्षिणपंथी वित्त मंत्री बेजालेल स्मोट्रिच ने विरोध प्रदर्शनों की निंदा की और इसे "हमास के हाथों में खेलने वाला एक विकृत और हानिकारक अभियान" बताया.