- अमेरिकी न्याय विभाग ने जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी 8 हजार से अधिक फाइलें मंगलवार को सार्वजनिक कर दीं
- फाइलों में ट्रंप के एपस्टीन के निजी जेट पर कई यात्राओं की डिटेल्स और एक विवादास्पद लेटर भी शामिल है
- न्याय विभाग ने बयान जारी करके इन दस्तावेजों में ट्रंप के खिलाफ कुछ दावों को झूठा और सनसनीखेज बताया
यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी हजारों फाइलों का नया जखीरा मंगलवार को सार्वजनिक किया गया. इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई रेफरेंस शामिल हैं. एपस्टीन के प्राइवेट जेट पर ट्रंप की यात्राओं की डिटेल्स भी हैं. ट्रंप की पसंद को लेकर एपस्टीन का लिखा गया लेटर भी शामिल है. हालांकि फाइलें जारी होने के तुरंत बाद अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ट्रंप के बचाव में सामने आ गया.
8 हजार से ज्यादा फाइलें रिलीज
एपस्टीन फाइलें रिलीज करने और फिर उनमें से ट्रंप से संबंधित कुछ फाइलें हटाए जाने को लेकर उठे सवालों के बीच मंगलवार को कम से कम 8 हजार फाइलें ऑनलाइन पोस्ट की गईं. इनमें ट्रंप का नाम कई बार है, हालांकि कई संदर्भ सिर्फ प्रेस रिपोर्ट से जुड़े हैं. इनमें सैकड़ों वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी शामिल हैं. खासतौर से अगस्त 2019 की निगरानी फुटेज भी हैं. इसी महीने एपस्टीन जेल में मृत मिला था. न्याय विभाग ने नए दस्तावेजों के लगभग 11 हजार लिंक ऑनलाइन पोस्ट किए. हालांकि इनमें से कई लिंक काम नहीं कर रहे थे.
ट्रंप को लेकर एपस्टीन ने लिखा था लेटर
फाइलों में हाथ से लिखा एक विवादास्पद लेटर भी है, जो कथित तौर पर एपस्टीन ने जेल से पूर्व डॉक्टर लैरी नासर को लिखा था. इस लेटर में एपस्टीन ने ट्रंप की पसंद और व्यवहार को लेकर बेहद आपत्तिजनक और सनसनीखेज दावे किए हैं.उसने लिखा था कि “राष्ट्रपति भी हमारी तरह युवा लड़कियों को पसंद करते हैं.” हालांकि इस तरह के आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी है. ट्रंप पर एपस्टीन के अपराधों के संबंध में कभी कोई आपराधिक आरोप नहीं लगाया गया है.
कई दावों पर न्याय विभाग ने कहा- झूठ है
वहीं अमेरिकी न्याय विभाग ने राष्ट्रपति ट्रंप का बचाव करते हुए एक बयान जारी किया है. विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि इन दस्तावेजों में ट्रंप के खिलाफ कुछ दावे "झूठे और सनसनीखेज" हैं, जो 2020 के चुनाव से ठीक पहले जानबूझकर एफबीआई को सौंपे गए थे. हालांकि न्याय विभाग ने यह स्पष्ट नहीं किया कि फाइलों में मौजूद कौन से आरोप गलत हैं.
ट्रंप को मजबूरी में जारी करनी पड़ी फाइलें
ट्रंप पर आरोप है कि वह लंबे समय तक इन दस्तावेज़ों को सार्वजनिक होने से रोकने की कोशिश करते रहे. लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के अंदर विद्रोह और राजनीतिक दबाव की वजह से उन्हें कानून पर दस्तखत करने पड़े, जिसके बाद सभी फाइलें जारी की जा रही हैं. ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि वह इन फाइलों को अप्रूव नहीं करते क्योंकि इनमें ऐसे भी कई लोगों के नाम हैं, जो नादानी में एपस्टीन से मिलते रहे थे. इन फाइलों की वजह से उनकी प्रतिष्ठा खराब हो सकती है.
न्याय विभाग ने बताई फाइलें दिखाने में देरी की वजह
न्याय विभाग ने फाइलें जारी करने में देरी का कारण बताते हुए कहा कि फाइलों में एप्स्टीन की 1,000 से अधिक पीड़ितों की पहचान को छिपाना जरूरी था. एपस्टीन की पूर्व प्रेमिका गिसलेन मैक्सवेल अब तक इस मामले में दोषी ठहराई गई इकलौती शख्स हैं. डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने कहा कि फाइलों में दबा एक ईमेल दिखाता है कि न्याय विभाग कम से कम दस संभावित सह साजिशकर्ताओं की जांच कर रहा था. वहीं फाइलें जारी करने वाले कानून के सह प्रायोजक रो खन्ना और रिपब्लिकन सांसद थॉमस मैसी ने चेतावनी दी कि अगर सभी दस्तावेज समय पर जारी नहीं किए गए तो अटॉर्नी जनरल पर कांग्रेस की अवमानना का मामला चलाया जाएगा.













