Thailand Earthquake: "मैं अपनी बेटी के स्कूल में था. वहां एक खेल कार्यक्रम आयोजित होना था. जिसमें सभी बच्चे अपनी तैयारी में जुटे थे. बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए उनके परिजन भी पहुंचे थे. माता-पिता बच्चों को चियर कर रहे थे, तभी अचानक जमीन कांपने लगी. मुझे लगा कि मेरा सिर घूम रहा है. मैं वहीं बैठ गया. मैंने अपने ऊपर लाइटों को हिलते हुए देखा. आस-पास रखी कुर्सियां भी हिल रही थी. तभी स्कूल का पीएम सिस्टम चालू हुआ और हमें स्कूल के बगल वाली गलियों से बचते हुए बाहर निकलने को कहा गया." म्यामांर, थाईलैंड में आई विनाशकारी भूकंप को झेलने वाले भारतीय प्रेम किशोर मोहंती ने उक्त बातें NDTV को बताई.
थाईलैंड-म्यामांर में आए भूकंप में अभी तक 150 की मौत
44 वर्षीय प्रेम किशोर मोहंती थाइलैंड के बैंकॉक में रहते हैं. शुक्रवार को म्यामांर, थाईलैंड में आई भूकंप में मरने वालों की संख्या 150 से ऊपर हो चुकी है. 7.7 की तीव्रता से आई भूकंप से कई बिल्डिंग जमीदोंज हो गए, सड़कें टूट गईं. एनडीटीवी से हुई बातचीत में प्रेम किशोर मोहंती ने वहां के हालातों के बारे में विस्तार से बताया.
मोहंती ने बताया, "स्कूल से भागते समय हमें स्कूल के बगल वाली गली से बचने के लिए कहा गया था, जो ऊंची-ऊंची इमारतों से घिरी हुई थी. इन इमारतों के स्विमिंग पूल से पानी झरने की तरह नीचे की ओर गिर रही थी."
होटल की छत से झील की तरह पानी गिरने का वीडियो वायरल
ऊंची बिल्डिंग से झरने की तरह पानी घिरने का वीडियो भी सामने आया है, जो शहर के आलीशान होटल इंटरकॉन्टिनेंटल बैंकॉक का है. इस होटल की ऊपरी मंजिलों पर बने स्विमिंग पूल का पानी झटकों के कारण किनारों से गिरता हुआ दिखाई दे रहा है.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट ठप, गलियों में लगा जाम
5 साल की बेटी और 42 वर्षीय पत्नी के साथ बैंकॉक के सुखुमवित में रहने वाले प्रेम किशोर मोहंती ने बताया कि भूकंप के कारण बैंकॉक में अचानक यातायात ठप हो गया. पब्लिक ट्रांसपोर्ट को रोक दिया गया. प्रमुख गलियों में ट्रैफिक जाम हो गया और लोग इमारतों के बाहर जमा हो गए, और सब कुछ साफ होने का इंतजार करने लगे.
ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों की अममारी गिरे
मोहंती एक अपार्टमेंट टॉवर में रहते हैं. उन्होंने कहा, "लोगों को आग से बचने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल करने और इमारतों के बाहर इंतजार करने के लिए कहा गया था. कम ऊंचाई वाली इमारतों पर उतना असर नहीं पड़ा, लेकिन ऊंची इमारतों के ऊपरी मंजिलों पर रहने वाले कुछ लोगों का कहना है कि उनके सामान अलमारी से गिर गए और पाइपलाइन फट गई."
मोहंती ने बताया कि भूकंप के झटके समाप्त होने के बाद हम लोग जैसे-तैसे अपने घर में पहुंचे. जहां देखा की घर की एक दीवार पर दरार आ गई है.
'22वीं मंजिल से सीधे नीचे उतरकर थमे रिटायर जर्मन'
मोहंती ने आगे बताया, "22वीं मंजिल पर मेरा पड़ोसी एक रिटायर जर्मन है, जो भूकंप के बाद अपनी पालतू बिल्ली के साथ सीढ़ियों से नीचे भागा. लॉबी तक पहुँचने से पहले वो नहीं रुका. हमारे पास निचले सुखुमवित क्षेत्र में बहुत से जापानी प्रवासी हैं, और उन्होंने भी अपने जीवन में इतना बड़ा भूकंप नहीं देखा है."
भूकंप ने पूरे शहर को थाम सा दिया, ट्रांसपोर्ट अब भी बंद
मोहंती ने NDTV को बताया, "बैंकॉक में इतना तेज भूकंप दुर्लभ है, और शुक्रवार की दोपहर को आए इस भूकंप ने पूरे शहर को थाम सा दिया. सार्वजनिक परिवहन फिलहाल बंद है. हर तरफ यातायात अवरुद्ध है. लोग अभी भी इमारतों के बाहर खड़े होकर हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं."
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