Sri Lanka : राष्ट्रपति भवन से मिले $50,000 के नए नोट, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को सौंपे

श्रीलंका (Sri Lanka) में प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन से 17.85 मिलियन श्रीलंकाई रुपए मिले जिनकी कीमत करीब 50,000 डॉलर की है.  एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रकम को पुलिस ने अपने पास सुरक्षित रख लिया था और उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

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Sri Lanka Crisis : श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया था
कोलंबो:

श्रीलंका (Sri Lanka) के राष्ट्रपति के भवन में प्रदर्शनकारियों को कई करोड़ रुपए की नए नोटों की नगदी मिली है. ऐसा माना जा रहा है कि जब गोटाबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajpakshe) अपने आधिकारिक आवास से भागे तो उनके पीछे यह रकम रह गई. पुलिस ने बताया है कि प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को यह नगदी पुलिस को दे दी थी. प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन से 17.85 मिलियन श्रीलंकाई रुपए मिले जिनकी कीमत करीब 50,000 डॉलर की है.  एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रकम को पुलिस ने अपने पास सुरक्षित रख लिया था और उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि एक सूटकेस में बहुत से डॉक्यूमेंट्स भी मिले हैं.  राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने दो सौ साल पुरानी इमारत में रहना शुरू कर दिया था जब से मार्च 31 को प्रदर्शनकारियों ने उन्हें उनके निजी आवास में घेरा था.  

आधिकारिक सूत्र ने AFP को बताया कि 73 साल के नेता नौसेना अधिकारियों के साथ पीछे के दरवाजे से भागने में कामयाब रहे और फिर नाव से उन्हें उत्तर-पूर्व के एक द्वीप पर ले जाया गया.  सोमवार सुबह तक यह नहीं पता था कि वो कहां छिपे हैं लेकिन प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के दफ्तर से कहा गया कि राजपक्षे ने आधिकारिक तौर से उन्हें बताया है कि वो इस्तीफा देने जा रहे हैं. 

राजपक्षे के इस्तीफा देने के बाद 73 साल के विक्रमसिंघे अपने आप ही कार्यकारी राष्ट्रपति बन जाएंगे जब तक कि संसद नवंबर 2024 तक के कार्यकाल के लिए एक सांसद को एक इस पद के लिए नहीं चुन लेती.  लेकिन विक्रमसिंघे खुद ही यह घोषणा कर चुके हैं कि अगर सर्वदलीय सरकार के लिए सहमति बनती है तो वो इस्तीफा देना चाहेंगे. 
श्रीलंकाई संसद के स्पीकर मंदिरा अबेवर्धने के अनुसार,  राजपक्षे ने सप्ताहंत पर यह वादा किया था कि वो बुधवार को इस्तीफा देंगे और "शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण" का रास्ता साफ करेंगे. 

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इसके बाद उनका उत्तराधिकारी चुने जाने में कम से कम तीन दिन का समय लगेगा और श्रीलंका संविधान के अनुसार यह प्रक्रिया 30 दिनों के भीतर पूरी हो जानी चाहिए.  

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श्रीलंका में मुख्य विपक्ष दल समागी जन बलावेग्या (SJB) पार्टी छोटी पार्टियों के साथ उनके लीडर सजीथ प्रेमदास के लिए समर्थन जुटाने के लिए सोमवार को बात कर रही है.  

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 SJB  के अधिकारी ने कहा कि वो राजपक्षे की SLPP से बात कर रहे हैं कि वो 55 साल के प्रेमदास को समर्थन दें जो पूर्व राष्ट्रपति के  पुत्र हैं.  

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