कोरोना महामारी के खराब मैनेजमेंट के चलते पद छोड़ सकते हैं चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, अफवाह जोरों पर

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कोविड प्रबंधन की दुनियाभर में जमकर आलोचना हो रही है. नतीजतन सोशल मीडिया पर भी शी जिनपिंग के राष्ट्रपति पद छोड़ने की अटकलें तेजी से जोर पकड़ने लगी है.

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
चीन में सख्त लॉकडाउन बना मुसीबत की वजह.
बीजिंग:

चीनी सोशल मीडिया पर इन दिनों ये अफवाह तेजी से फैल रही है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग देश में आर्थिक मंदी के साथ कड़े कोविड -19 लॉकडाउन के कुप्रबंधन के कारण अपने पद से हट सकते हैं. शी जिनपिंग के पद छोड़ने की अफवाहें पार्टी पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति की बैठक के बाद शुरू हुईं. इसके अलावा, एक कनाडाई-बेस्ड ब्लॉगर द्वारा बनाया गया एक वीडियो चीन द्वारा सेंसर किए जाने से पहले सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोर रहा था.

ब्लॉगर के अनुसार, वर्तमान प्रधानमंत्री ली जिनपिंग की ओर से पार्टी और सरकार के दैनिक प्रबंधन को संभालने के लिए स्थान ग्रहण करेंगे. कोविड 19 वायरस के प्रसार को रोकने के लिए, चीनी राष्ट्रपति ने सख्ती बरतने का आदेश दिया. लॉकडाउन ने देश भर में व्यवसायों को काफी बुरी तरह बाधित किया है. एक वरिष्ठ चीनी अधिकारी के अनुसार, "महामारी आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए काफी नुकसानदायक है."

एक अन्य प्रेस कॉन्फ्रेंस में, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के वित्तीय और आर्थिक मामलों की केंद्रीय समिति के कार्यालय में उप निदेशक हान वेनक्सिउ ने कहा था कि महामारी को वैज्ञानिक सटीकता के साथ, अर्थव्यवस्था को स्थिर करके, और देश के विकास को सुरक्षित रखने के बजाय नियंत्रित किया जाना चाहिए. सख्त कोविड प्रतिबंधों ने औद्योगिक उत्पादन को भी रोक दिया है जिसके परिणामस्वरूप आपूर्ति भी बाधित हुई है.

इसके साथ ही विनिर्माण गतिविधि में लगातार गिरावट देखी गई, जो फरवरी 2020 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई. इसके अलावा, जैसे-जैसे शंघाई में लॉकडाउन की अवधि बढ़ती जा रही है, विभिन्न निवेश बैंकों के विश्लेषकों ने भी देश की आर्थिक विकास दर के लिए अपने पूर्वानुमानों में कटौती की है. अप्रैल के महीने में, चीन की युआन मुद्रा में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जो 28 वर्षों में सबसे बड़ी मासिक गिरावट है.

ये भी पढ़ें: उत्तर कोरिया में कोरोना के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई किम जोंग उन की सिरदर्दी, लिया ये अहम फैसला

इसके अलावा, शेयर बाजार भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिससे वैश्विक सुधार पर असर पड़ने की संभावना है क्योंकि गहन लॉकडाउन चीन में कंपनियों की बिक्री को प्रभावित करेगा और आपूर्ति श्रृंखला को भी प्रभावित करेगा. कथित तौर पर, इन सभी कारणों से चीन में व्यापक असंतोष पैदा हो गया है. चीनी लोगों का इन कठिन परिस्थितियों के बीच असफल प्रबंधन पर जिनपिंग के शासन में विश्वास खत्म हो रहा है.

Advertisement

VIDEO: चीन में टेकऑफ के वक्त यात्री विमान ने पकड़ी आग

Featured Video Of The Day
महाराष्ट्र चुनाव:Uddhav और Raj Thackeray की करारी शिकस्त,खतरे में विरासत
Topics mentioned in this article