स्कॉटलैंड में ओमिक्रॉन के छह मामले, ब्रिटेन में कुल मामले बढ़कर नौ हुए

स्कॉटलैंड के उप प्रथम मंत्री जॉन स्वीनी ने कहा, ‘‘कुछ मामलों में, हम जानते हैं कि उनमें कोई यात्रा इतिहास शामिल नहीं है. तो इससे हमें पता चलता है कि वायरस के इस विशेष स्वरूप का कुछ सामुदायिक संचरण हुआ है.’’

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
स्कॉटलैंड में कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमिक्रॉन के छह मामले सामने आये हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
लंदन:

स्कॉटलैंड में कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमिक्रॉन के छह मामले सामने आये हैं जिससे ब्रिटेन में इसके कुल मामले बढ़कर अब नौ हो गए हैं. इससे पहले ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के तीन मामले सामने आये थे. स्कॉटलैंड सरकार ने कहा कि चार मामले लनार्कशायर में और दो ग्रेटर ग्लासगो और क्लाइड क्षेत्र में सामने आये हैं. उसने कहा कि ब्रिटेन में इससे पहले इस नये स्वरूप से तीन संक्रमितों का दक्षिण अफ्रीका की यात्रा करने का इतिहास था. हालांकि स्कॉटलैंड में सामने आये मामलों में संक्रमितों का कोई यात्रा इतिहास नहीं है और संभव है कि उन्हें इसका संक्रमण समुदाय में ही हुआ हो. स्कॉटलैंड के उप प्रथम मंत्री जॉन स्वीनी ने कहा, ‘‘कुछ मामलों में, हम जानते हैं कि उनमें कोई यात्रा इतिहास शामिल नहीं है. तो इससे हमें पता चलता है कि वायरस के इस विशेष स्वरूप का कुछ सामुदायिक संचरण हुआ है.''

उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि क्या इस नये स्वरूप के खिलाफ और भी कड़े सामाजिक दूरी के मानदंडों की आवश्यकता है जिसके संभावित रूप से अत्यधिक संक्रामक होने की आशंका है. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि वर्तमान टीकों के प्रति इसकी प्रतिक्रिया का अभी पता लगाया जाना बाकी है. स्कॉटलैंड के स्वास्थ्य मंत्री हमजा यूसुफ ने कहा, ‘‘नये स्वरूप से संक्रमित पाये गए छह लोगों के लिए यह चिंताजनक समय होगा.'' उन्होंने कहा,‘‘स्कॉटलैंड का स्वास्थ्य विभाग संक्रमितों के सम्पर्क में आये व्यक्तियों का पता लगाने के लिए अभियान शुरू करेगा. इससे वायरस की उत्पत्ति के साथ ही हाल के हफ्तों में संक्रमितों के संपर्क में आने वाले किसी भी अन्य व्यक्ति का पता लगाने में मदद मिलेगी.'' ओमीक्रोन स्वरूप के तेजी से फैलने और टीके की सुरक्षा को आंशिक रूप से कम करने की आशंका है. इसकी पहचान सप्ताह की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में की गई थी और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ओमिक्रॉन को ‘‘चिंता वाला स्वरूप'' घोषित कर दिया था.

ओमिक्रॉन का सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पता चला था और इसके मामले बाद में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, इज़राइल और हांगकांग सहित दुनिया भर के देशों में सामने आये थे. ब्रिटेन ने दक्षिणी अफ्रीका के दस देशों को ब्रिटेन की यात्रा प्रतिबंध ‘‘लाल सूची'' में जोड़ा है और मंगलवार से ब्रिटेन आने वाले सभी विदेशी यात्रियों को पीसीआर जांच कराने की आवश्यकता होगी. भारत ने भी अपनी प्रतिक्रिया के तहत अपने अंतरराष्ट्रीय यात्रा मानदंडों को कड़ा कर दिया है. भारत ने ब्रिटेन सहित पूरे यूरोप को ‘‘जोखिम वाली'' सूची में रखा है. नये स्वरूप के खिलाफ कार्रवाई के तहत हवाई अड्डे पर अतिरिक्त स्क्रीनिंग और स्व पृथकवास जरूरी है.

Advertisement

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दुकानों और सार्वजनिक परिवहन में अनिवार्य रूप से मास्क लगाने को लेकर योजना बनाई है जिसे इस सप्ताह संसद के समक्ष रखा जाएगा. इस बीच, ब्रिटेन की टीका सलाहकार संस्था कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर डोज योजना के विस्तार पर विचार कर रही है.

Advertisement
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Kolkata Gang Rape Case: उस रात 7:30 बजे के बाद क्या हुआ | West Bengal | Khabron Ki Khabar
Topics mentioned in this article