20 days ago

शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4 मिशन' के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री मंगलवार को धरती पर लौटने के बाद ड्रैगन ‘ग्रेस' अंतरिक्ष यान से मुस्कुराते हुए बाहर निकले और कैमरों की ओर हाथ हिलाते हुए लोगों का अभिवादन किया. ये अंतरिक्ष यात्री 20 दिन की अंतरिक्ष यात्रा पूरी करने के बाद धरती पर लौटे हैं.

शुक्ला (39), कमांडर पैगी व्हिटसन और मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीवस्की तथा हंगरी के टिबोर कापू को स्पेसएक्स के ‘ग्राउंड स्टाफ' की मदद से अंतरिक्ष यान से बाहर निकलते हुए देखा गया. ड्रैगन अंतरिक्ष यान अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में समुद्र में भारतीय समयानुसार अपराह्न 3:01 बजे उतरा. अंतरिक्ष यात्रियों ने 20 दिन की अपनी अंतरिक्ष यात्रा में से 18 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए.

इसके साथ Axiom-4 मिशन का शानदार समापन हुआ, जिसने तीन देशों - भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष से वापस लाया है.

Shubhanshu Shukla Return, Axiom-4 Misson splashdown

Jul 15, 2025 18:42 (IST)

अंतरिक्ष से धरती पर लौटे शुभांशु और इधर मां के झर-झर बहने लगे आंसू, आज का दिल छू लेने वाला लम्हा | Shubhanshu Shukla, SpaceX's Dragon spacecraft carrying astronauts returns to Earth

भारतीय समयानुसार दोपहर के 3.01 बजे अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में सैन डिएगो में तट के पास प्रशांत महासागर में स्प्लैशडाउन कर गया. 4 पैराशूट की मदद से यह कैप्सूल समंदर में गिरा, जिसे पानी से निकालकर एक विशेष रिकवरी जहाज पर रखा जाएगा, जहां से अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर निकाला जाएगा.

Jul 15, 2025 18:09 (IST)

वेलकम बैक शुभांशु! धरती पर लौटा मिशन Axiom-4, आग का गोला बनने से स्प्लैशडाउन तक- आखिरी 54 मिनट की कहानी | Shubhanshu Shukla axiom 4 mission return dragon capsule splashdown last 54 Minute Details

Shubhanshu Shukla Dragon Capsule Splashdown: शुभांशु ने इस मिशन पर दो रिकॉर्ड बनाए हैं. वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय नागरिक बन गए हैं. साथ ही वो राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में कदम रखने वाले केवल दूसरे भारतीय नागरिक हैं.

Jul 15, 2025 17:57 (IST)

मुस्कुराए, हाथ हिलाया... अंतरिक्ष में 18 दिन रहकर धरती पर लौटे शुभांशु शुक्ला की पहली तस्वीर देखिए | shubhanshu shukla first photo after space Trip

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला धरती पर लौट आए हैं. स्पेस एक्स के ड्रैगन कैप्सूल के स्प्लैशडाउन के बाद उनकी पहली तस्वीर सामने आई है. बाहर आते समय शुभांशु के चेहरे पर सफलता की चमक साफ नजर आ रही थी. 

Jul 15, 2025 17:44 (IST)

अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी : योगी आदित्यनाथ समेत नेताओं ने बधाई दी

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन के प्रवास के बाद ‘ग्रुप कैप्टन’ शुभांशु शुक्ला की पृथ्वी पर सकुशल वापसी के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मायावती समेत कई नेताओं ने उनका स्वागत किया और इसे देश को उत्साहित करने वाला बताया. योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पृथ्वी पर आपका स्वागत है.’’

उन्होंने कहा, “ऐतिहासिक एक्सिओममिशन4 मिशन को सकुशल संपन्न कर सफल वापसी पर ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला जी एवं उनकी टीम को हार्दिक बधाई.’’ योगी ने कहा, “आपकी उपलब्धि साहस, समर्पण और विज्ञान के प्रति संकल्प का गौरवपूर्ण प्रतीक है। आज हर भारतीय, विशेषकर उत्तर प्रदेश वासी गौरवान्वित है. भारत आपके स्वागत को उत्सुक है.”

Jul 15, 2025 17:21 (IST)

शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अंतरिक्ष उड़ान से जुड़ी प्रमुख बातें

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुक्ला की भागीदारी वाले एक्सिओम-4 मिशन की घोषणा 2024 के अंत में इसरो और नासा द्वारा समर्थित एक सहयोगी वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ान के रूप में की गई थी.

- मूल रूप से 2025 के शुरू में प्रक्षेपण के लिए निर्धारित इस मिशन को कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र में तकनीकी जांच और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण कई बार स्थगित करना पड़ा.

- कई बार विलंब के बाद, मिशन को 25 जून, 2025 को फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया.

- चालक दल 26 जून 2025 को आईएसएस पर पहुंच गया तथा स्टेशन पर 18 दिन का प्रवास शुरू किया.

- मिशन के दौरान, शुक्ला ने सात भारतीय-डिज़ाइन वाले सूक्ष्म-गुरुत्व प्रयोगों का संचालन किया, जिनमें मूंग और मेथी के बीजों का अंकुरण, स्टेम सेल अनुसंधान और सूक्ष्म शैवाल अध्ययन शामिल थे.

- आईएसएस पर उन्होंने शून्य-गुरुत्वाकर्षण में जल के बुलबुले का प्रदर्शन किया और ‘स्क्रीन इंटरैक्शन’ से जुड़े संज्ञानात्मक भार प्रयोगों में भाग लिया.

- उन्होंने सपंर्क प्रयासों के तहत रेडियो और वीडियो लिंक के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, छात्रों और इसरो वैज्ञानिकों के साथ बातचीत की.

- 13 जुलाई को ‘एक्सपीडिशन 73’ के चालक दल के सदस्यों के साथ विदाई समारोह आयोजित किया गया, जहां शुक्ला ने इसरो और अपने सहयोगियों को धन्यवाद दिया.

- ड्रैगन ग्रेस अंतरिक्ष यान निर्धारित गतिविधियों और प्रयोगों को पूरा करने के बाद 14 जुलाई, 2025 को आईएसएस से अलग हुआ.

- शुक्ला और चालक दल के अन्य तीन सदस्य 15 जुलाई, 2025 को कैलिफोर्निया में समुद्र में सुरक्षित रूप से उतर गए, जिससे आईएसएस पर भारत का पहला विस्तारित अनुसंधान मिशन पूरा हो गया.

Jul 15, 2025 16:35 (IST)

भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए आज शुभ दिन- केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह

केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए शुभ दिन है. कई बड़े प्रयोग हुए जिनसे केवल भारत ही नहीं पूरे विश्व को लाभ मिलेगा. गगनयान की पूरी तैयारी है. भारत का अपना अंतरिक्ष केंद्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि कोशिश रहेगी कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल क़िले पर शुभांशु उपस्थित रहें. दिल्ली आने पर वो पीएम मोदी से भी मिल सकते हैं.

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Jul 15, 2025 16:30 (IST)

कैलिफॉर्निया नहीं जाने के सावल पर शुभांशु शुक्ला की मां ने क्या कहा?

आप कैलिफॉर्निया क्यों नहीं गए? इस सवाल पर शुभांशु शुक्ला के मां ने कहा कि हमें मेडिकल दिक्कत है. हम लंबी जर्नी नहीं कर पाते. मन तो बहुत करता है जाने का. शुभांशु से परसों से बात हुई थी. आज लास्ट कॉल है अंतरिक्ष से अब पहुंचने के बाद होगी.

Jul 15, 2025 16:29 (IST)

मेरी जिंदगी का लक्ष्य सफल हो गया... शुभांशु शुक्ला के पिता

शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा कि नॉर्मल जिंदगी जी रहे थे. अब अलग फेमस जिंदगी जी रहे हैं. सब जगह मान सम्मान हो रहा. बच्चे के द्वारा दिया गया गौरव की बात है. बच्चा पिता के नाम पर जाना जाता है. गौरव की बात है कि हम बेटे के नाम से जाने जाते हैं. मेरी जिंदगी का लक्ष्य सफल हो गया. ये भी हमारे बच्चे की वजह से हुआ. गगनयान मिशन में भी शुभांशु जाएंगे. पीएम मोदी ने भी कहा था कि वो जाएंगे. उनके मोटिवेशन से संभव हुआ है. गगनयान का मिशन भी शुरू हुआ. उसे जल्दी पूरा करने की कोशिश करेंगे. एक्सपीरिएंस लेकर आ रहे हैं उसको पूरी सफलतापूर्वक पूरा करेंगे.

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Jul 15, 2025 16:25 (IST)

वह हमेशा ही मुस्कुराता है.... शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा कि बच्चे को कोई समस्या न हो. पिता-बेटे का यही रिलेशन होता है. विज्ञान अपनी जगह पर पूरा काम करता है. आस्था से विश्वास पैदा होता है. बच्चे में 100 प्रतिशत विज्ञान होता होगा, लेकिन मेरे मन में आस्था रहती है. आस्था और विज्ञान के मिलन से उसका हर मिशन पूरा होगा. आने के बाद वह शुभांशु मुस्कुराने को लेकर पिता ने कहा कि वह हमेशा ही मुस्कुराता है चाहे कितनी भी कठिन परिस्थिति हो.

Jul 15, 2025 16:23 (IST)

'सफल वापसी हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण'

शुभांशु शुक्ला की वापसी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक एक्सिओम-4 मिशन से सफल वापसी हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है. उन्होंने न केवल अंतरिक्ष को छुआ है, बल्कि भारत की आकांक्षाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक और वापस उनकी यात्रा न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारत की बढ़ती अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए एक गौरवपूर्ण कदम है. मैं उनके भविष्य के प्रयासों में उनकी अपार सफलता की कामना करता हूं.

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Jul 15, 2025 16:21 (IST)

'सबकी दुआओं से बच्चे का मिशन सफल रहा'

शुभांशु शुक्ला के पिता ने कहा कि सबकी दुआओं से बच्चे का मिशन सफल रहा. हमारा बेटा सकुशल धरती पर वापस आ गया. हम बेटे के लिए बहुत खुश हैं.

Jul 15, 2025 16:13 (IST)

ड्रैगन कैप्सूल का गेट खुला, बाहर आए शुभांशु शुक्ला

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Jul 15, 2025 16:12 (IST)

अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी के बाद परिवार में जश्न का माहौल

Jul 15, 2025 16:09 (IST)

शुभांशु शुक्ला की घर वापसी

Jul 15, 2025 15:57 (IST)

शुभांशु शुक्ला की तस्वीरें

Jul 15, 2025 15:56 (IST)

शुभांशु शुक्ला के पिता ने कहा कि अब मिलने की इच्छा है.

 शुभांशु शुक्ला के पिता ने कहा कि अब मिलने की इच्छा है.

Jul 15, 2025 15:53 (IST)

शुभांशु शुक्ला कैप्सूल से बाहर आ गए

Jul 15, 2025 15:48 (IST)

शुभांशु की पहली तस्वीर

Jul 15, 2025 15:31 (IST)

पीएम मोदी ने अंतरिक्ष से घरती पर लौटने के बाद शुभांशु को दी बधाई

मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है. यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन, गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है.

Jul 15, 2025 15:07 (IST)

समंदर में उतरा ड्रैगन कैप्सूल, शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष नापकर धरती पर लौटे

समंदर में उतरा ड्रैगन कैप्सूल, शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष नापकर धरती पर लौटे

Jul 15, 2025 14:52 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: केवल 10 मिनट का इंतजार और, उंचाई 80 किमी के नीचे

केवल 10 मिनट के अंदर ड्रैगन कैप्सूल स्प्लैशडाउन कर जाएगा. कैप्सूल की धरती से उंचाई (एलटिट्यूड) 80 किमी से भी नीचे आ गई है. 

Jul 15, 2025 14:48 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: केवल 15 मिनट और, स्प्लैशडाउन की पूरी है तैयारी

15 मिनट से कम समय के अंदर शुभांशु शुक्ला 3 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ धरती पर होंगे. कैप्सूल की धरती से उंचाई (एलटिट्यूड) 115 किमी से भी नीचे आ गई है. 

Jul 15, 2025 14:42 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: 6 मिनट का होगा ब्लैकआउट, कंट्रोल रूम से टूट जाएगा कैप्सूल का कनेक्शन

 SpaceX ने जानकारी दी है कि 18 मिनट में कैप्सूल स्प्लैशडाउन करेगा और उसके पहले 6 मिनट का ब्लैकआउट पीरियड होगा. इन 6 मिनट में ग्राउंड पर बैठे मिशन कंट्रोल से ड्रैगन कैप्सूल का कनेक्शन पूरी तरह टूट जाएगा.

Jul 15, 2025 14:36 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: बस आधे घंटे और, कैप्सूल की उंचाई 300 किमी के भी नीचे

30 मिनट से कम समय के अंदर शुभांशु शुक्ला 3 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ धरती पर होंगे. कैप्सूल की धरती से उंचाई (एलटिट्यूड) 300 किमी से भी नीचे आ गई है. 

Jul 15, 2025 14:27 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: ड्रैगन कैप्सूल का डी-ऑर्बिट बर्न खत्म

ड्रैगन कैप्सूल का डी-ऑर्बिट बर्न खत्म हो चुका है. दरअसल जब कोई स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी का चक्कर काट रहा होता है और उसे वापस धरती पर लाना होता है, तो उसकी गति को कम करना आवश्यक होता है ताकि वह कक्षा से बाहर निकलकर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सके. इसी गति को कम करने के लिए अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर्स (छोटे इंजन) को एक निश्चित समय और दिशा में दागा जाता है. इस प्रक्रिया को ही ‘डी-ऑर्बिट बर्न' कहते हैं. 

Jul 15, 2025 14:22 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: विक्ट्री साइन बनाते हुए निकला शुभांशु का परिवार

शुभांशु शुक्ला का परिवार शुभांशु की धरती पर वापसी को देखने के लिए लखनऊ के सिटी मांटेसरी स्कूल पहुंच चुका है. शुभांशु ने सिटी मांटेसरी से ही अपनी स्कूलिंग की है. शुभांशु की वापसी के मौके पर सिटी मांटेसरी स्कूल में एक कार्यक्रम रखा गया है, जहां नासा और SpaceX के लाइव स्ट्रीम को दिखाया जाएगा.

Jul 15, 2025 13:30 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: शुभांशु की वापसी के साथ SpaceX का चौथा ISS मिशन होगा खत्म

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से धरती तक, ड्रैगन की रिटर्न फ्लाइट के साथ एलन मस्क की स्पेस एजेंसी SpaceX का चौथा ISS मिशन खत्म होगा. यानी यह चौथा ऐसा स्पेस मिशन होगा जब SpaceX के रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट की मदद से अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गए और लौटे हैं.

Jul 15, 2025 12:31 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: कहां स्प्लैशडाउन करेगा शुभांशु का कैप्सूल?

Axiom-4 मिशन में रॉकेट और ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट भेजकर ऑपरेशनल हिस्सा संभाल रही स्पेस एजेंसी SpaceX ने एक ट्वीट करके बताया है कि आखिर चारों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर कैप्सूल कहां स्प्लैशडाउन (पानी में पैराशूट की मदद से गिरना) करेगा. SpaceX के अनुसार कैप्सूल अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में सैन डिएगो में तट के पास प्रशांत महासागर में गिरेगा.

Jul 15, 2025 12:14 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: सोनिक बूम के साथ वायुमंडल में आगमन का ऐलान करेगा ड्रैगन

प्रशांत महासागर में 4 पैराशूट की मदद से गिरने (स्प्लैशडाउन) से पहले ड्रैगन अंतरिक्ष यान का कैप्सूल कुछ देर की सोनिक बूम की आवाज करेगा और इस तरह धरती के वायुमंडल में अपने आगमन की घोषणा करेगा. आपको बताएं कि सोनिक बूम एक तेज, विस्फोटक शोर है. जब कोई वस्तु हवा में ध्वनि की रफ्तार से भी तेज घूमती है तो उसकी वजह से एक शॉक वेव पैदा होती है. और सोनिक बूम उसी की आवाज है.

Jul 15, 2025 12:05 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: जब शुभांशु शुक्ला ने ISS पर करके दिखाए थे जीरो-ग्रेविटी एक्सपेरिमेंट

Axiom-4 मिशन पर पायलट के रूप में गए अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पानी से जुड़ा एक शून्य-गुरुत्वाकर्षण प्रयोग (जीरो-ग्रेविटी एक्सपेरिमेंट) करके दिखाया. उन्होंने यह करके दिखाया कि कैसे अंतरिक्ष में मौजूद माइक्रोग्रैविट (कम गुरुत्वाकर्षण बल) आम जीवन में होने वाली भौतिकी को बदल देती है. यह एक्सपेरिमेंट Axiom Space के आउटरीच और वैज्ञानिक मिशन का हिस्सा था. इसके जरिए अंतरिक्ष में पानी के अद्वितीय व्यवहार पर प्रकाश डाला गया.

Jul 15, 2025 10:14 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: "जब से शुभांशु अंतरिक्ष में गए हैं, तबसे हमारी जिंदगी बदल सी गई है"- परिवार

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से धरती पर वापस लौट रहे शुभांशु शुक्ला का लखनऊ में बैठा परिवार बेसब्री से बेटे की वापसी का इंतजार कर रहा है. पिता शंभू दयाल शुक्ला और मां आशा शुक्ला ने एनडीटीवी से बात की. उन्होंने कहा कि जबसे शुभांशु अंतरिक्ष में गए हैं, तबसे उनकी जिंदगी बदल सी गई है. मां ने कहा कि घर पर खड़े होने पर लोग पैर छूकर आशीर्वाद लेने लगते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें डर तो नहीं है लेकिन मन थोड़ा भावुक है. मां आशा शुक्ला कहती हैं कि उन्हें भी कैलिफोर्निया जाने का मन था लेकिन मेडिकल कारणों से वो यात्रा नहीं कर सकती थीं. अब फिलहाल बेटे से जल्दी से मिलने का मन है. वो घर वापस कब आयेंगे, ये तो सरकार तय करेगी लेकिन उम्मीद है जल्दी ही वो वापस आयेंगे.

पिता शंभू दयाल शुक्ला कहते हैं कि पहले बेटा पिता के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब वो अपने बेटे के नाम से जाने जा रहे हैं. कभी मंत्रियों के साथ काम करने वाले शंभू दयाल शुक्ला कहते हैं कि जीवन कुछ ऐसा बदला है कि हम जिनके नीचे काम करते थे, आज वो हमसे मिलने हमारे घर आ रहे हैं. वो कहते हैं कि बेटे को कभी रोक-टोक नहीं किया. उसने बिना बताए फॉर्म भरा और सेलेक्शन हो गया तो हमने कभी उसे रोकने की कोशिश नहीं की. उन्होंने कहा कि अब इंतजार है शुभांशु के धरती पर वापस आने का.

Jul 15, 2025 10:08 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा के लिए ISRO ने 550 करोड़ रुपये का भुगतान किया है

ISRO ने शुभांशु शुक्ला की इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक की यात्रा के लिए लगभग 550 करोड़ रुपये का भुगतान किया. Axiom-4 मिशन के साथ शुभांशु शुक्ला को ऐसा अनुभव मिला है जो भारत की स्पेस एजेंसी को भविष्य के मानव अंतरिक्ष मिशन को अंजाम देने में मदद मिलेगा. 2 साल बाद ही गगनयान मिशन के जरिए ISRO धरती के ऑर्बिट (कक्षा) में मानव मिशन भेजेगा.

यह शुभांशु शुक्ला के लिए एक ऐतिहासिक यात्रा रही है. वो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. इसके अलावा वो राकेश शर्मा (साल 1984) के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले केवल दूसरे भारतीय बने हैं.

Jul 15, 2025 08:54 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: ‘ड्रैगन’ किस चीज का बना है?

आखिर ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट बना किस चीज का होता है जो धरती के वायुमंडल या एटमॉस्फेयर में आते समय आग के गोले में बदलने के बावजूद अंदर बैठे अंतरिक्ष यात्रियों को पूरी तरह सुरक्षित रखता है. ड्रैगन कैप्सूल का प्राइमरी स्ट्रक्चर CFRP से बना है, इसमें वजन के अनुपात में असाधारण ताकत होती है. ड्रैगन कैप्सूल की हीट शील्ड PICA-X नामक एक मैटेरियल से बनी है, जो फेनोलिक इंप्रेग्नेटेड कार्बन एब्लेटर (PICA) मैटेरियल का एक प्रकार है. 

ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की हर खासियत जानने के लिए नीचे दिए आर्टिकल पर क्लिक करें. 

‘ड्रैगन’ किस चीज का बना है? धरती पर उतरते स्पेसक्राफ्ट बनेगा आग का गोला, फिर भी बिल्कुल सेफ रहेगी शुभांशु एंड टीम

Jul 15, 2025 08:52 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: Axiom-4 क्यों मायने रखता है?

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की Axiom-4 मिशन के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा भारतीय अंतरिक्ष में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है. पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने कई महत्वपूर्ण मिशनों को अंजाम दिया है, जिसने भारत को अत्याधुनिक अंतरिक्ष क्षमताओं वाले देशों के एक बहुत खास समूह में डाल दिया है. इसरो द्वारा चंद्रयान-3 के साथ चंद्रमा पर लैंडिंग इन प्रयासों का मुख्य आकर्षण थी. शुक्ला की उड़ान के साथ, हम अगले गियर में जा रहे हैं. अभी भी हमारा अपना मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन नहीं हो सकता है. ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ किसी और देश के मिशन पर ही यात्रा करते रहेगें. Axiom-4 मिशन हमारी अपनी अंतरिक्ष योजनाओं के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा है. यह गगनयान मिशन और उसके आने वाले अन्य मिशनों के लिए कुछ महत्वपूर्ण इनपुट प्रदान करेगा. इसे ऐसे समझिए कि यह प्रैक्टिस मैच था और यहां का अनुभव भारत अपने खुद के मानव मिशन में करेगा.

Jul 15, 2025 07:45 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: 14 दिन का मिशन 18 दिनों तक चला

शुभांशु शुक्ला का मिशन मूल रूप से 14 दिनों का था, लेकिन इसे 18 दिनों तक बढ़ा दिया गया. इससे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर अतिरिक्त वैज्ञानिक रिसर्च का मौका मिल गया. 1984 में राकेश शर्मा के ऐतिहासिक स्पेस मिशन के बाद, Axiom-4 मिशन ने शुभांशु शुक्ला को अंतरिक्ष की यात्रा करने वाला केवल दूसरा भारतीय अंतरिक्ष यात्री बनाया है.

Jul 15, 2025 07:06 (IST)

Shubhanshu Shukla Return Live: इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से वापसी का 22 घंटे का सफर

ड्रैगन ग्रेस अंतरिक्ष यान के सोमवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अलग होने के साथ शुभांशु शुक्ला और एक्सिओम-4 मिशन के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों की पृथ्वी की वापसी यात्रा शुरू हो गई. स्पेस स्टेशन के आसपास के सुरक्षित क्षेत्र से बाहर निकलने के बाद, अंतरिक्ष यात्रियों ने पृथ्वी पर वापसी की 22.5 घंटे की आरामदायक यात्रा के लिए अपने स्पेससूट उतार दिए. ड्रैगन ग्रेस अंतरिक्ष यान द्वारा मंगलवार को भारतीय समयानुसार दोपहर 3:01 बजे कैलिफोर्निया तट पर पहुंचने के लिए डी-ऑर्बिट प्रक्रिया शुरू करने से पहले, अंतरिक्ष यात्री एक बार फिर स्पेससूट पहनेंगे.

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